पुलिस का मानना है कि साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूकता एक ऐसा रास्ता है जिससे लोग बच सकते है। पत्रिका भी अपनी मुहिम से लोगों को जागरूक कर रहा है। इसके साथ ही गोविंदपुरा पुलिस भी साइबर अपराध को लेकर लोगों को जागरूक कर रही है।
लोगों को यहां बैठा कर समझाया जा रहा है कि साइबर ठगी कैसे होती है कैसे ये ठग लोगों को कॉल कर उनके साथ ठगी करते है। जो डेस्क यहां बनाया गाया है वहां कोई भी व्यक्ति पुलिस से साइबर ठगी को लेकर जानकारी ले सकता है और पुलिस भी उन्हें ठगी से बचने के रास्ते बताती है ।
हर रोज सुनता हूं साइबर ठगी घटनाएं, रहूंगा सतर्क
साइबर ठगी की घटनाएं हर रोज सुनता रहता हूं इसलिए साइबर फ्रॉड को लेकर कोई कॉल आया तो सतर्क रहूंगा। थाने में साइबर ठगी से बचने के बारे में बताया गया। साइबर ठगी एक बड़ी समस्या है पुलिस अपने स्तर हर मामले में जांच कर रही है। हर व्यक्ति को जागरूक किया जा रहा है । -अवधेश सिंह तोमर, थाना प्रभारी, गोविंदपुरा
इनका कहना है
मुझे एनपीसीआई से आया था कॉल
मेरे साथ भी ठगी हुई है, मुझे एनपीसीआई कॉल सेंटर के नाम से कॉल आया जिनसे मुझे मेरी गलत ट्रांजेक्शन करने का कह कर पैसे वापस करने की बात कही और जब मैंने प्रक्रिया की तो मेरे खाते से ढाई हजार रुपए कट गए, अब थाने में शिकायत करने आया हूं। -भूरेलाल विश्वकर्मा, पीड़ित
साइबर ठगी के बारे में सुना, लेकिन आज पता चल गया बचना कैसे है
थाने में किसी काम से आया था साइबर फ्रॉड को लेकर पुलिस ने मुझे भी जानकारी दी है, साइबर ठगी की खबरें देखता रहता हूं, लेकिन इससे बचना कैसे है ये जानकारी आज मुझे बताई गई है।