भारत का सबसे लंबा राजमार्ग यानि राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 44 उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक जाता है। 4,112 किलोमीटर लंबा यह हाइवे मध्यप्रदेश में 504 किमी॰ यानि 313 मील लंबे हिस्से से गुजरता है। यह हाईवे मध्यप्रदेश के सिवनी जिले को भी जोड़ता है। यहां हाईवे पर बना पुल टूट गया है। पुल टूट जाने से हाईवे के इस हिस्से से आवागमन बंद कर दिया गया है। हाईवे के पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से से ट्रैफिक बंद कर दूसरी ओर से ही वाहन निकाले जा रहे हैं।
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देश के सबसे लंबे हाईवे का यह पुल मध्यप्रदेश के सिवनी को महाराष्ट्र के नागपुर को जोड़ता है। प्रदेश में खवासा मोहगांव खंड पर बना 29 किलोमीटर लंबा यह पुल साउंडप्रूफ यानि ‘ध्वनिरोधी’ है। सिवनी के पास स्थित पेंच टाइगर रिजर्व के वन्यजीवों को वाहनों के शोरगुल से बचाने के लिए यह ‘ध्वनिरोधी’ पुल बनाया गया है।
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राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर स्थित यह पुल एशिया का सबसे लंबा साउंडप्रूफ पुल माना जाता है। भारी बारिश के कारण पुल टूट गया, कई स्थानों पर दरारें आ गई। पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से को बंद कर मरम्मत शुरु कर दी गई है। इसके लिए हाईवे की सड़क एक तरफ से बंद की गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर स्थित यह पुल एशिया का सबसे लंबा साउंडप्रूफ पुल माना जाता है। भारी बारिश के कारण पुल टूट गया, कई स्थानों पर दरारें आ गई। पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से को बंद कर मरम्मत शुरु कर दी गई है। इसके लिए हाईवे की सड़क एक तरफ से बंद की गई है।
पुल की मरम्मत के संबंध में बड़ा अपडेट सामने आया है। ध्वनि रोधी पुल का सुधार कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानि एनएचएआई करवा रही है। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि पुल की मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है।
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार क्षतिग्रस्त पुल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसके पैनल बदले जा रहे हैं। इस काम में कुछ समय जरूर लगेगा लेकिन पुल और मजबूत हो जाएगा। पैनल बदलने के बाद ही पुल के इस हिस्से से आवागमन शुरु किया जा सकेगा।