प्रदेश में अभी तक नगरीय इलाकों में पुराने मकानों की सूची बनाई जाती है लेकिन अब गांवों में भी ऐसे निर्माणों का सर्वे किया जाएगा। गांव के पुराने और जर्जर निर्माण ढहाए जाएंगे। राज्य के गांवों में पहली बार ऐसी कार्रवाई होगी।
यह भी पढ़ें : एमपी में टूट गया रेलवे का ब्रिज, ट्रेनें रद्द, कई गाड़ियों के बदल दिए रूट यह भी पढ़ें : ‘लाड़ली बहनों’ को शिवराजसिंह की बड़ी सौगात, खातों में 2500 करोड़ रुपए डालने का ऐलान
हाल ही में सागर जिले के शाहपुर में जर्जर दीवार गिरने से उसके मलबे में कई बच्चे दब गए जिनमें से 9 बच्चों की मौत हो गई। बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद सरकार जागी और गांवों में जर्जर मकान, कुएं, दीवार आदि ढहाने का फैसला लिया।
प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने जनहानि या पशुहानि की आशंका को ध्यान में रखते हुए ऐसे हादसे रोकने के लिए निकायों की तरह गांवों के भी जर्जर पुराने भवनों को ढूंढकर ढहाने की तैयारी शुरु की है। मप्र शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के उपसचिव राकेश कुशरे ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिला पंचायत सीईओ के साथ कलेक्टरों को भी पत्र जारी किया। 13 अगस्त को भेजे गए इस पत्र में अधिकारियों से गांवों की जर्जर दीवारों, जर्जर पुराने भवनों, कुओं आदि का सर्वे कर 15 दिनों में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।