परीक्षा में ये दोनों अव्वल आए. 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद इनका बाकायदा एग्जाम भी हुआ था। विस्फोटक सूंघने की परीक्षा में दोनों डॉग ने ए कैटेगरी में परीक्षा पास की है। इन्हें सीआइएसएफ जवानों के साथ संदिग्ध व्यक्ति की तलाश में शांतिपूर्वक तरीके से काम करने की ट्रेनिंग दी गई है। संदिग्ध व्यक्ति दिखते ही यह जवानों को इशारा कर देते हैं और जवानों का इशारा समझते भी हैं।
राजाभोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पिछले 10 साल से तैनात मोंटी एवं मनी नामक दो डॉग को रिटायर किया गया है। एयरपोर्ट प्रबंधन एवं सीआइएसएफ के मुताबिक रिटायर होने वाले डॉग को यदि नागरिक गोद लेना चाहे तो वह आसान प्रक्रिया पूरी कर इन्हें अपने घर ले जा सकते हैं।
सीआइएसएफ के इंस्पेक्टर पीएल कुर्मी ने बताया कि 6 महीने पहले चंडीगढ़ से ऑरियो एवं शेरू नामक दो स्निफर डॉग का चयन भोपाल एयरपोर्ट के लिए किया गया था। इन्हें ट्रेनिंग के लिए डॉग ट्रेनिंग स्कूल भेजा गया था। रिटायर होने वाले मनी एवं मोंटी 10 साल की अवधि पूरी कर चुके हैं एवं फिलहाल इन्हें एयरपोर्ट पर डॉग शेल्टर कैनाल में रखा है।
बोर्डिंग एरिया में तैनाती
एयरपोर्ट पर विस्फोटक सामग्री एवं आपत्तिजनक वस्तुओं की जांच के लिए बोर्डिंग एरिया में स्कैनर लगाए जाते हैं। यहां सीआइएसएफ के जवान तैनात रहते हैं। डॉग की तैनाती इसी एरिया में की गई है। दोनों डॉग को अलग-अलग टाइम पर ड्यूटी आवंटित की गई है। सीआईएसएफ के रिकॉर्ड में इन डॉग्स को कर्मचारी का दर्जा दिया गया है।