इस संबंध में पूर्व मंत्री और विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि, प्रदेश और केंद्र सरकार भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुके हैं। भाजपा विधायक भी सरकार से परेशान आते दिखाई दे रहे हैं। वो खुद सरकार के खिलाफ मत देना चाहते हैं। भाजपा की कई ऐसी चीजें हैं, जो उनको कटघरे में खड़ा करते हैं। इन्हीं मुद्दों के खिलाफ कांग्रेस एक रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। सभी से चर्चा कर आगामी सत्रों में हम अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। 12 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बड़ी बैठक होगी। इस बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के लिए महत्वपूर्ण मुद्दे तय होंगे।
यह भी पढ़ें- पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह का BJP पर हमला, बोले- महाराज भाजपा ने शिवराज भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
अभी क्या है विधानसभा की गणित
मध्य प्रदेश में अभी कांग्रेस के पास 96 विधायक हैं। वहीं, चार निर्दलीय, बसपा के पास दो और सपा के पास एक विधायक है, जबकि सत्ताधारी बीजेपी के पास 127 विधायक हैं। इन हालातों में अगर विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाता भी है तो सरकार को कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।
मंत्री जी के भाई के लिए पुलिस करती है यहां खास इंतजाम, देखें वीडियो