इस पर स्मार्ट साइकिल चलाना तो दूर रात में पैदल निकलना भी खतरे से खाली नहीं है। वजह है, पाथवे के नीते बने नाले के चैम्बर बीस-बीस कदम की दूरी पर खुले पड़े है। फुटपाथ को चलने के लिए समतल तक नहीं किया गया है।
यूं तो बीआरटीएस सड़क का विकास मिसरोद से लेकर बैरागढ़ तक 24 किलोमीटर तक डेडीकेट्स लेन, दोनों ओर की सड़क के साथ सर्विस लेन का विकास पाथवे, साइकिल चलाने के हिसाब से किया गया है,लेकिन पॉश एरिया में होने के बाद यहां की पाथवे का विकास तक नहीं हुआ है, जबकि बीआरटीएस सड़क का विकास 12 साल पहले हुआ था।
पार्क बनाया व्यवस्था भूले
लोगों ने बताया कि यहां रवींद्र भवन की लाइन में शहर का पहला वर्टिकल्स लुक के साथ पार्क का विकास तो यहां हुआ है, लेकिन इस पार्क में आने वालों के लिए वाहन पार्क से लेकर पैदल मार्ग तक की व्यवस्था नहीं होने से लोग इस पार्क को देखते हुए निकलते तो हैं, लेकिन पार्क में आते नहीं है।
इस क्षेत्र में विकास को लेकर प्रशासन के रवैया शुरू से सौतेला रहा है। यहा डेडीकेट्स लेन तो बनाया गया,लेकिन सर्विस लेन के पाथवे का विकास किया ही नहीं है, जबकि न्यू मार्केट से लगा हुआ हिस्सा होने के बाद भी विकास नहीं किया गया।
– रफीक कुरैशी, जनप्रतिनिधि
न्यू मार्केट और उससे लगे हिस्सों में स्मार्ट सिटी के लिए विकास कार्य चल रहा है। यहां सड़क किनारे पार्क विकसित किया है, अब पैदल चलने वह साइकिल चलाने के लिए पाथवे का विकास दूसरे चरण में होना है।
– नितिन दवे, प्रवक्ता, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट