सीमाओं पर लापरवाही के हालात
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन और तीसरी लहर की आशंका ने मध्यप्रदेश को हाईअलर्ट मोड पर ला दिया है। मध्यप्रदेश की सरहद पांच राज्यों से जुड़ी है, जिनमें से तीन में नए वैरिएंट के केस सामने आ चुके हैं। इस कारण जल्द ही थर्मल स्कैनिंग, टेस्ट और क्वारंटीन जैसी व्यवस्थाएं फिर शुरू की जा सकती हैं। फिलहाल सरहद वाले जिलों को हाईअलर्ट कर दिया गया है। खास तौर पर विदेश से आए लोगों को लेकर पुख्ता ट्रैकिंग करने के लिए कहा गया है। हालांकि जमीनी सच्चाई उलट है। सीमाओं पर लापरवाही के हालात हैं। न जांच हो रही है और ना पूछताछ।
मप्र के 20 जिलों की सरहद जुड़ी
राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात में नए वैरिएंट के केस आ चुके हैं। इन राज्यों से मप्र के 20 जिलों की सरहद जुड़ी है। यूपी और छत्तीसगढ़ की सीमा भी मप्र से जुड़ी है। यूपी में भी नए वैरिएंट का खतरा है।
गुना- जिले में धरनावदा थाना क्षेत्र की राजस्थान से लगती पार्वती नदी की सीमा पर कोई चैकिंग पॉइंट नहीं है। राजस्थान की दूसरी सीमा फतेहगढ़ पर भी यही हाल है।
बैतूल– जिला मुख्यालय की तीन ओर से सीमाएं महाराष्ट्र से लगी हैं। खम्भारा, गौनापुर और खोमई बैरियर से वाहनों की आवाजाही बिना रोक-टोक के जारी है।
बड़वानी- महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश की सीमा बिजासन पर लापरवाही का आलम है। यहां ना चौकी है, ना जांच की जा रही है। प्रदेश में बेधड़क आना-जाना जारी है।
वैक्सीन के दोनों डोज जरूरी
सीएम शिवराज सिंह ने भोपाल एयरपोर्ट रोड स्थित शासकीय नवल शाह हाईस्कूल में बुधवार को टीकाकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के दोनों डोज लगवाएं, ताकि किसी संकट में
नहीं पड़ें।
एमपी में आए 24 घंटे में 14 केस
एमपी में पिछले 24 घंटे में करीब 14 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसमें से भोपाल में 7, इंदौर में 6, बैतूल में एक पॉजिटिव केस सामने आए हैं। वहीं पूरे प्रदेश में करीब 140 केस एक्टिव हैं। प्रदेश में 8 दिसंबर शाम तक करीब 22322163 सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें अब तक करीब 793288 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं 10529 लोगों की मौत हुई हैं।
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होशंगाबाद में कोरोना
भोपाल रेलवे स्टेशन पर कुछ दिन पहले होशंगाबाद की एक महिला कोरोना पॉजिटिव आई थी, होशंगाबाद जिले में दिसंबर में कोरोना का तीन केस सामने आए थे, यह तीनों मरीज भोपाल और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन जांच में मिले है। जिससे जिला प्रशासन की अलर्ट हो गया था।
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दोनों डोज से फीका रहेगा ऑमिक्रॉन का असर
ओमिक्रॉन वैरिएंट से फैली दहशत के बीच दक्षिण अफ्रीका से एक अच्छी खबर आई है। यहां हुए एक शोध से पता चला है कि जिन लोगों ने टीके की दोनों खुराक ले ली थी, उनपर कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट का असर ज्यादा नहीं हुआ। जिन लोगों को पहले संक्रमण हुआ था, वे भी वे ज्यादातर वैरिएंट को बेअसर करने में सक्षम थे।