जब कोई आपका हाल पूछता है तो आप बड़े आराम से आई एम ‘ओके’ कह देते हो। पर यह छोटा सा ‘ओके’ शब्द चलन में कैसे आया और कहां से आया ये आपको पता है? अगर नहीं तो हम बताते हैं। दो शब्द का छोटा सा ‘ओके’ के मतलब अनेक हैं। वैसे तो इस शब्द के बनने के पीछे कई कहानियां हैं। उनमें से एक यह भी है कि करीब 150 साल पहले इस शब्द की गलत स्पेलिंग ने ही इसे जन्म दिया। Facts -कुछ लोगों का मानना है कि रेलवे का एक स्टाफ ओबिदा केली सारे डॉक्यूमेंट जांचने के बाद अपने नाम के शुरुआती अक्षर यानी ‘ओके’ लिखता था। -यहीं से इसकी शुरुआत हुई। -साल 1839 में ‘ओके’ पहली बार सामने आया। -जब 23 मार्च 1839 में पहली बार अमेरिकी अखबार में ‘ओके’ को प्रकाशित किया गया था। -इसका मतलब था ऑल करेक्ट। -उस समय लोगों में शब्दों की गलत स्पेलिंग लिखने का फैशन था। -और उन्होंने ‘ए’ से शुरू होने वाले ‘ऑल करेक्ट’ को ‘ओ’ से शुरू होने वाला ‘ओल करेक्ट’ बना दिया। -इसके बाद एक दिन इसे छोटा कर बॉस्टन मॉर्निग पोस्ट नामक अखबार ने ‘ओके’ कर दिया। -तब से लेकर आज तक हम सब ‘ओके’ ही बोलते आए हैं। इंदौर में कहते हैं okii दरअसल अगर हम मध्यप्रदेश की ही बात करें तो इंदौर शहर में लोग ‘ओके’ को ‘okii’ भी कहने लगे हैं। मैसेज में लिखते हैं k लोग व्हाट्सएप की दुनिया में शोर्ट रूप में इसे ‘k’ भी लिखते है। मैसेज में सहूलियत के लिए और जल्दी में इसे ‘k’ भी लिखा जाता है। Okay ओके को लोग ‘okay’ भी लिखते हैं। इसे आप उनके सहूलियत समझें या फिर ये चलन में है ऐसे मान लें।