दो बच्चों को सुरक्षित बाहर छोडऩे के बाद भी नर्स बुंदेला रुकी नहीं. वे अपनी जान दांव पर लगाते हुए फिर धुएं से भरे वार्ड में आ गईं और उन्य बच्चों को भी उठाया। इसी बीच में वे बेहोश हो गईं लेकिन तब तक उन्होंने अनेक बच्चों को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया था. स्टाफ ने नर्स के इस जज्बे की खूब प्रशंसा की.
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धुएं से खुद हो गई बेहोश:
स्टाफ नर्स उर्मिला मरकाम वार्ड के नर्सिंग स्टेशन में थीं। वेंटीलेटर से तेज आवाज आई और धुआं भर गया। धुआं देखते ही डॉक्टर को आवाज लगाई और अग्निशमन यंत्र की ओर दौड़ी। डॉक्टर आग बुझाने लगीं। मैं बच्चों को वार्मर से उठाकर दूसरे वार्ड में शिफ्ट करती रही। इस दौरान में बेहोश हो कर गिर गई।