भोपाल

बिजली बचाने पर अब मिलेगा ईनाम, स्कूल में सिखाएंगे कैसे बचाएं

————————पत्रिका इम्पैक्ट : गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को पत्रिका ने बिजली की प्रति व्यक्ति खपत में लगातार इजाफा होने का मुद्दा उठाया था। इसके बाद अब सरकार ने बिजली की बचत पर जागरूकता अभियान, पुरस्कार और प्रशिक्षण का कदम उठाया है।————————

भोपालNov 01, 2021 / 11:32 pm

जीतेन्द्र चौरसिया


– बिजली बचत के लिए पुरस्कार की योजना शुरू होगी, मोबाइल एप से प्रशिक्षण भी मिलेगा
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भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में लोगों में बिजली बचाने के लिए प्रतिस्पर्धा पैदा करनी होगी। अधिक बिजली बचाने पर पुरस्कार की व्यवस्था की जाए। बिजली बचाने के व्यक्तिगत और संस्थागत प्रयासों पर अलग-अलग पुरस्कार हो। बैठक में निर्णय लिया गया कि ऊर्जा साक्षरता अभियान में बिजली बचाने के लिए मोबाइल एप और वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर संबंधित को ऊर्जा साक्षरता संबंधी प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराए जाएँगे। इस अभियान में क्रमबद्ध रूप से सभी प्रदेशवासियों को जोड़ा जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में जन-अभियान परिषद के माध्यम से गतिविधियाँ संचालित होगी।
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यह बात शिवराज ने सोमवार को सीएम हाउस पर नवकरणीय ऊर्जा की समीक्षा के दौरान कही। यहां शिवराज ने कहा कि अनावश्यक बिजली जलाना अपने पैसे जलाने के समान है। इसलिए ऊर्जा संरक्षण अभियान प्राथमिकता के साथ चलाया जाए। इसके अलावा पाठ्यक्रमों में बिजली बचाने पर मॉड्यूल सम्मिलित किए जाएं। इस पर बैठक में जानकारी दी गई कि ऊर्जा साक्षरता अभियान में एआईडी अभियान क्रियान्वित किया जाएगा। अवेअरनेस, इन्फॉरमेशन और डिमॉन्सट्रेशन इस अभियान के मुख्य अंग होंगे। स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में भी बिजली बचाने पर 15-15 मिनिट के मॉड्यूल सम्मिलित किए जाएँगे। विद्यार्थियों को बिजली के महत्व और उसके मितव्ययी उपयोग और बिजली की बर्बादी के दुष्परिणामों को प्रयोगों के माध्यम से समझाने के लिए प्रशिक्षण सामग्री और टूलकिट उपलब्ध कराई जाएगी। ऊर्जा साक्षरता अभियान में साँची शहर को सोलर सिटी बनाया जाएगा। सीधी जिले के सभी पंचायत भवनों और आँगनवाड़ी भवनों को सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत किया जाएगा।
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सौर ऊर्जा विस्तार का बनेगा रोडमैप-
शिवराज ने कहा कि सौर ऊर्जा के अभियान को जन-जन से जोडऩा जरूरी है। सौर ऊर्जा पर्यावरण संरक्षण के लिए भी आवश्यक है। इसलिए अब सौर ऊर्जा विस्तार के लिए रोडमैप बनाकर हर महीने प्रगति की समीक्षा की जाए। प्रदेश में ऊर्जा साक्षरता अभियान में व्यवहारिक तरीके अपनाने की जरूरत है। कुसुम योजना की समीक्षा में शिवराज ने कहा कि इसे प्रोत्साहित करने की जरुरत है। इसमें दो मेगावॉट तक की सौर परियोजनाएँ स्थापित करने संबंधी जानकारी जन-जन तक पहुँचाना सुनिश्चित किया जाए।
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