वर्तमान में मरीजों के पास इस जांच के लिए हमीदिया और एम्स का ही विकल्प है। प्राइवेट में पूरे बॉडी का स्कैन कराना हो तो 12 हजार रुपए से अधिक देने पड़ते हैं। वहीं जेपी में इस जांच की दर 51 सौ रुपए तय की गई है।
भर्ती मरीजों में एमआरआई जांच के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा।रेडियोलॉजी विभाग के स्टूडेंट्स एमआरआई जांच से जुड़ी बारीकियां सीख सकेंगे। यह सुविधा दिसंबर के पहले सप्ताह से शुरू करने का लक्ष्य है। -डॉ. राकेश श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, जेपी अस्पताल
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मशीनों का इंस्टॉलेशन शुरू
प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, मशीन लंबे इंतजार के बाद शनिवार को अस्पताल आई। जिसका सोमवार से इंस्टॉलेशन शुरू हो गया है। इसके लिए मनोचिकित्सक कक्ष के पास खाली दो कमरों को आरक्षित हैं। जेपी समेत छह जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड पर यह मशीनें स्थापित कर रहा है। खास बात यह है कि आयुष्मान मरीजों के लिए एमआरआई जांच मुफ्त होगी। शहर के जिन दो सरकारी अस्पतालों में वर्तमान में एमआरआई जांच हो रही है, वे ओवर लोडेड हैं।