भोपाल

MP बना Shooting Hub, 2020 से अब तक सैकड़ों फिल्में बनीं, जानें क्यों बन रहा फिल्म मेकर्स की पहली पसंद

फिल्म शूटिंग से मप्र के टूरिस्ट प्लेसेज की ब्रांडिंग भी हो रही है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था बेहतर होती जा रही है। खूबसूरत नजारों के साथ ही ऐसी कई चीजें हैं जो फिल्म मेकर्स को मप्र ला रही है, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये खबर…

भोपालAug 14, 2023 / 02:24 pm

Sanjana Kumar

मप्र की खूबसूरती देख हर किसी का दिल इस पर आ जाता है। यहां आने वाले टूरिस्ट एक बार या दो बार नहीं बल्कि बार-बार यहीं आना चाहते हैं। फिर बात चाहे हिस्टॉरिकल प्लेसेज की हो या फिर जंगलों-पहांड़ों, नदियों-झरनों की नेचुरल खूबसूरती की या फिर रिलीजियस प्लेसेज की। यहां अपने मन का सुकून आपको खींच ही लाता है। कुछ यही हाल है फिल्म मेकर्स का। फिल्म मेकर्स को शूटिंग के लिए मप्र इतना पसंद आ रहा है कि अब ज्यादातर फिल्म मेकर्स यहीं आकर शूटिंग करना पसंद कर रहे हैं। यानी फिल्म की शूटिंग होनी हो, तो मप्र फिल्म मेकर्स की पहली पसंद बन रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि 2020 में नई फिल्म पॉलिसी बनने के बाद से अब तक अकेले मप्र में 340 फिल्मों की शूटिंग की जा चुकी है। यही नहीं फिल्म शूटिंग से मप्र के टूरिस्ट प्लेसेज की ब्रांडिंग भी हो रही है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था बेहतर होती जा रही है। खूबसूरत नजारों के साथ ही ऐसी कई चीजें हैं जो फिल्म मेकर्स को मप्र ला रही है, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये खबर…

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आपको जानकर हैरानी होगी कि 2020 में नई फिल्म पॉलिसी बनने के बाद से अब तक अकेले मप्र में 340 फिल्मों की शूटिंग की जा चुकी है। यही नहीं फिल्म शूटिंग से मप्र के टूरिस्ट प्लेसेज की ब्रांडिंग भी हो रही है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था बेहतर होती जा रही है। खूबसूरत नजारों के साथ ही ऐसी कई चीजें हैं जो फिल्म मेकर्स को मप्र ला रही है, जानने के लिए जरूर पढ़ें मप्र की अर्थव्यवस्था 1000 करोड़ तक बढ़ी 2020 में नई फिल्म पॉलिसी बनने के बाद से अब तक यहां 340 फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। फिल्मों से पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग भी हो रही है। इससे देश-विदेश के पर्यटक भी यहां बड़ी संख्या में आने लगे हैं। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में करीब 1000 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई है। आने वाले समय में यह आंकड़ा हर साल 500 करोड़ के पार होगा।

सब्सिडी पर बन रही हैं फिल्में

प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला के अनुसार, मप्र देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने फिल्म शूटिंग की अनुमति को लोक सेवा गारंटी योजना में शामिल किया है। सिंगल विंडो से 15 दिन में शूटिंग की अनुमति मिलती है। यहां 10-15 करोड़ की फिल्म से लेकर 50-60 करोड़ की फिल्में और वेब सीरीज भी शूट हो रही हैं। यहां पहले प्रोजेक्ट की शूटिंग करने पर एक करोड़, दूसरी में 1.5 करोड़ और तीसरी में 2 करोड़ की सब्सिडी दी जाती है। वहीं, फिल्म की 50त्न शूटिंग होने पर एक करोड़ और 75त्न पर डेढ़ करोड़ की सब्सिडी मिलती है। प्रोजेक्ट में स्थानीय कलाकारों को काम देने पर 35 लाख की अतिरिक्त सब्सिडी दी जाती है।

अक्टूबर से दिसंबर तक शूट होंगे 20 बड़े प्रोजेक्ट

बॉलीवुड के साथ दक्षिण भारतीय सिनेमा और भोजपुरी तक के प्रोजेक्ट की शूटिंग मध्यप्रदेश में हो रही है। प्रदेश में ज्यादातर प्रोजेक्ट में शूटिंग अक्टूबर से शुरू हो जाती है, जो जून तक चलती है। जुलाई से बारिश के कारण आउटडोर शूटिंग का सिलसिला थम जाता है। इस दौरान ज्यादातर इनडोर शूटिंग ही होती है। इस साल अक्टूबर से दिसंबर तक 20 बड़े प्रोजेक्ट की शूटिंग होनी है।

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फिल्म डायरेक्टर और राइटर रूमी जाफरी का कहना है कि प्रदेश के कलाकारों और सरकार ने फ्रेंडली माहौल बना दिया। पहले यहां काफी कम शूटिंग होती थी। मुंबई में मप्र की लोकेशन के बारे में बताना पड़ता था। अब प्रदेश में शूटिंग लोकेशन के लिए खुद डायरेक्टर और प्रोड्यूसर तैयार रहते हैं।

बढ़ा है टूरिज्म भी

एमपी टूरिज्म बोर्ड के विवेक श्रोत्रिय कहते हैं कि शूटिंग बढऩे से प्रदेश में टूरिज्म भी लगातार बढ़ रहा है। मप्र में कई खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं, जो अब तक उतने प्रसिद्ध नहीं हो पाए थे। फिल्म शूटिंग बढऩे से देश-विदेश में उन्हें अलग पहचान मिल रही है। प्रदेश की नैसर्गिक सुंदरता, जंगल, पहाड़, नदी, जलाशय, पठार, वन्य जीव, गांव और शहर फिल्म निर्माताओं को आकर्षित कर रहे हैं।

इन फिल्मों की मध्य प्रदेश में हुई है शूटिंग

राजनीति: अजय देवगन, रणबीर कपूर, कटरीना कैफ और अर्जुन रामपाल अभिनीत और प्रकाश झा निर्देशित फ‍िल्‍म ‘राजनीति’ की शूटिंग मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुई थी। इस फ‍िल्‍म में जिस खास इमारत को दिखाया गया है, वह भोपाल का मिंटो हॉल है,जो पुराना विधानसभा भवन होता था।

रिवॉल्‍वर रानी: कंगना रनौत की फ‍िल्‍म रिवॉल्‍वर रानी मध्‍य प्रदेश में शूट की गई थी. इस फ‍िल्‍म का अहम हिस्‍सा ग्‍वालियर किले और जिले के बाकी हिस्‍सों में शूट किया गया था।

मोहन जो दारो: आशुतोष गोवारिकर निर्देशित ऋतिक रोशन की फ‍िल्‍म ‘मोहन जो दारो’ की शूटिंग जबलपुर के भेड़ाघाट में हुई थी। यहां की संगमरमर की चट्टानों के बीच बहती नर्मदा नदी में ऋतिक रोशन को मगरमच्छ से लड़ते दिखाया गया था।

प्‍यार किया तो डरना क्‍या: साल 1998 में आई सलमान खान और काजोल की फ‍िल्‍म ‘प्‍यार किया तो डरना क्‍या’ की शूटिंग इंदौर में हुई थी. इस फ‍िल्‍म में इंदौर के फेमस डेली कॉलेज को दिखाया गया था।

तेवर: अर्जुन कपूर और सोनाक्षी सिन्‍हा की फ‍िल्‍म ‘तेवर’ की काफी शूटिंग मध्‍य प्रदेश में हुई थी.महेश्‍वर घाट पर इस फ‍िल्‍म का गाना भी शूट किया गया था. वहीं,इस फ‍िल्‍म में सोनाक्षी सिन्‍हा का जो कॉलेज दिखाया है वह आगरा का फेमस सेंट जोंस कॉलेज है।

बाजीराव मस्तानी: मध्‍य प्रदेश की धार्मिक नगरी महेश्‍वर फ‍िल्‍मकारों की पहली पसंद बनता जा रहा है. इस जगह पर ‘बाजीराव मस्‍तानी’, ‘पैडमैन’, ‘नीरजा’, ‘यमला पगला दीवाना-2’ जैसी कई फ‍िल्‍मों की शूटिंग यहां की जा चुकी हैं।

अशोका: शाहरुख खान और करीना कपूर की फ‍िल्‍म अशोका की शूटिंग मध्‍य प्रदेश के भेड़ाघाट और पचमढ़ी में हुई थी। करीना और शाहरुख के कई सीन यहां के जंगल और नर्मदा नदी में ही फ‍िल्‍माए गए थे।

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पान सिंह तोमर: दिवंगत अभिनेता इरफान खान की सुपरहिट फिल्म ‘पान सिंह तोमर’ की शूटिंग चंबल क्षेत्र में हुई थी। इस फ‍िल्‍म को ग्‍वालियर के आसपास चम्बल के बीहड़ों में शूट किया गया था।

दबंग 3: सलमान खान की लोकप्रिय फ‍िल्‍म दबंग-3 का भी काफी हिस्‍सा महेश्वर और मांडू में शूट किया गया था। यहां शूटिंग के दौरान ही उनकी फ‍िल्‍म पर विवाद भी हुआ था।

– इनके अलावा पेड मैन, टॉयलेट एक प्रेम कथा, स्त्री और स्त्री 2, हाल ही में ओएमजी 2 की शूटिंग भी यही हुई है।

ये फ‍िल्‍में भी हुई शूट

गुजरे जमाने की बात करें तो ‘आवारा’, ‘नया दौर’, ‘मुझे जीने दो’, ‘तीसरी कसम’, ‘किनारा’, ‘सूरमा भोपाली’, ‘पीपली लाइव’,’चक्रव्‍यूह’, ‘गंगाजल-2’ जैसी अनगिनत फ‍िल्‍में मध्‍य प्रदेश में शूट की गई थीं।

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