यह होगा फायदा
एआइ के साथ ड्राइविंग टेस्ट शुरू होने पर टेस्ट प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमैटिक हो जाएगी। जिससे गड़बड़ी की आशंका खत्म हो जाएगी। सिर्फ ऐसे ही लोगों को लाइसेंस मिलेगा जो सुरक्षित तरीके से वाहन को चलाएंगे। राजमार्ग पर सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नवीनतम सुरक्षा मापदंड अपनाए जा रहे हैं। इसके तहत निर्माता एजेंसियों को लगातार सुझाव दिए जा रहे हैं।- अरविंद सक्सेना, अपर आयुक्त, परिवहन
इन प्रमुख रास्तों पर इस्तेमाल
-भोपाल से औबेदुल्लागंज, रायसेन, बरेली, नरसिंहपुर, जबलपुर, कटनी, रीवा, सतना के रास्ते प्रयागराज ।
-इंदौर से हैदराबाद तक बड़वाह, बुरहानपुर, महाराष्ट्र के अकोला, वाशिम तेलंगाना तक।
-मध्य प्रदेश के पूर्वी छोर अमरकंटक को डिंडोरी, जबलपुर, नर्मदापुरम और भोपाल।
वाहन मालिक को जाएगा मैसेज
एआइ पावर्ड कैमरे वाहन के नंबर प्लेट को कैप्चर्ड करके अपने डेटाबेस में चेक करेंगे। यदि कोई वाहन बिना वैध पीयूसी के कैप्चर्ड किया जाता है तो वाहन मालिक को ऑटोमेटिक मैसेज चला जाएगा। और उसका चालान कट जाएगा। इससे प्रदूषण से निजात मिलेगी।