इन 15 क्षेत्रों में अधिक खतरा
ईदगाह हिल्स, मदर इंडिया कॉलोनी, रविदास कॉलोनी, नारियलखेडा, बाफना कॉलोनी, नगर निगम कमला पार्क, तलैया, भीम नगर, शिवाजी नगर, सुभाष नगर, मैदा मिल रोड, अवधपुरी, पिपलानी, राजीव नगर और हाउसिंग बोर्ड करोद।
साल 2020 से इस साल सबसे तेज फैला डेंगू
आंकड़ों के अनुसार 2020 में 74, 2021 में 781 और साल 2022 में 675 डेंगू (#denguevirus) के मामले सामने आए हैं। वहीं 2023 में 20 नवंबर तक ही 775 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 56 फीसदी से अधिक अक्टूबर माह से लेकर अब तक पाए गए हैं।
डेंगू से लिवर में ऐंठन, दर्द और सूजन
चिकनगुनिया के 120 व मलेरिया के 14 केस
इस साल अब तक चिकनगुनिया की 14 सौ लोगों की जांच में 120 पॉजिटिव आए। वहीं मलेरिया की तीन लाख से अधिक लोगों की जांच में 14 मामले सामने आए। निजी अस्पतालों में मरीजों के इलाज के दौरान डेंगू के ट्रेंड में बदलाव देखा जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार डेंगू (#denguevirus) लिवर के एंजाइम बढ़ाकर मरीजों में ऐंठन, दर्द और सूजन जैसी समस्या पैदा कर रहा है। चिंता की बात यह है कि इनसे लिवर डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं बच्चों की बात करें तो उनमें डेंगू फेफड़ों पर असर डाल रहा है। बच्चों के फेफड़ों में पानी भरने के समस्या देखी जा रही है।
ठंडक बढ़ी है, जिसके साथ अब खतरा कम होने लगेगा। ठंडे मौसम में लार्वा पनपने की संभावना कम होती है। लेकिन वर्तमान में मच्छरों से बचाव करने की आवश्यकता है।
– अखिलेश दुबे, जिला मलेरिया अधिकारी, भोपालये भी पढ़ें : ठंड ने दी दिलों पर दस्तक, बढ़े दिल मरीज, इस सीजन में रहें अलर्ट रोजाना अस्पताल आ रहे हार्ट अटैक के 40 मामले