कुछ ने ट्रेडिशनल डिजाइन की नोज पिन को छोड़कर मॉडर्न नोज पिन को पहनना शुरू किया है, जिसमें नाक छिदवाने की जरूरत नहीं होती। भोपाल की गर्ल्स में भी ये बदलाव देखने को मिला है, खासकर तब, जब नोज पिन फेफड़ों में पहुंचने जैसी घटनाएं सामने आई हैं।
फैशन के चक्कर में जान से न खेलें
भोपाल की सुभाषनी सेन का कहना है कि वैसे तो पियर्सिंग करवाना एक व्यक्तिगत निर्णय है, लेकिन जब से लंग्स में नोज पिन फंसने की घटना सामने आई है, मैंने अपना निर्णय बदल लिया है। हमें ध्यान रखना होगा कि नोज पियर्सिंग ही नहीं बल्कि अन्य अंगों के पियर्सिंग के साथ भी जानलेवा घटना घट सकती है। फैशन के चक्कर में जान दांव पर न लगाएं। यदि आप सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से नाक छिदवाने का विकल्प चुनती हैं, तो आप इस फैशन ट्रेंड का आनंद ले सकती हैं। मार्केट में आजकल नाक के लिए बिंदी आती है। ये विभिन्न आकारों, रंगों और डिजाइनों में आते हैं। वहीं नाक पर चिपकने वाला टैटू भी आता है। ये बेस्ट ऑप्शन हैं। इन्हें ट्राय कर सकते हैं।
घटना के बाद मेरा विचार बदला
आयुषी सोनी का कहना है कि नाक छिदवाना शुरू से एक लोकप्रिय फैशन ट्रेंड का हिस्सा रहा है। मुझे भी पहले नोज पियर्सिंग के फैशन का शौक था, लेकिन जब से मैंने एक लड़की के लंग्स में नोज पिन फंसने की घटना के बार में सुना है, मेरा विचार बदल गया है। नाक में पहनने वाली ज्वेलरी पर हमें खास ध्यान देना होता है। यदि इसमें चूक हो जाए तो भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। मार्केट में इन दिनों आर्टिफिशियल ज्वेलरी का ट्रेंड बढ़ रहा है। ये आर्टिफिशियल ज्वेलरी जितनी सस्ती और सुंदर दिखती है, उतनी शरीर के लिए घातक भी है। कई बार इन्हें पहनने से नाक में इंफेक्शन हो जाता है, इसलिए फैशन के साथ शरीर का भी ध्यान रखें।
साइड इफेक्ट्स भी हैं
युवा कई तरह की पियर्सिंग करवाना पसंद करते हैं, जैसे- आइब्रो पियर्सिंग, लिप पियर्सिंग, नेवल पियर्सिंग, इयर पियर्सिंग , टंग पियर्सिंग। अक्सर वे इसके साइड इफेक्ट्स का शिकार हो जाते हैं, इसलिए सोशल मीडिया में कुछ युवा अवेयरनेस कैंपेन चला कर लोगों को जागरुक भी कर रहे हैं।एक्सपर्ट व्यू
नोज पिन पहनें, लेकिन सावधानी भी जरूर रखें पहले लड़कियां नाक में पारंपरिक नथ पहनती थीं, लेकिन आजकल वे अलग-अलग तरह के नोज पिन पहन रही हैं। पियर्सिंग में सावधानी बरतनी जरूरी है। हालांकि, कुछ घटनाओं ने इस ट्रेंड पर थोड़ा असर डाला है, लेकिन हम लोगों को इसकी सही जानकारी देते हैं। नवनीत अग्रवाल, ज्वेलर, ओल्ड भोपाल सुरक्षित तरीके से नाक छिदवाना बेहद जरूरी है। साथ ही यह जरूरी है कि सही ज्वेलरी चुनें, क्योंकि मार्केट में आजकल खराब गुणवक्ता की ज्वेलरी मिल रही है। जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। बेहतर होगा कि सावधानी बरतें। – डॉ लोकेंद्र दवे, प्रोफेसर, पल्मोनरी डिपार्टमेंट, जीएमसी