आसाराम प्रकरण: अभियोजन की निगरानी पर सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित
राजस्थान हाईकोर्ट में नाबालिग के साथ यौन दुराचार के आरोप में फंसे आसाराम मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से दायर निगरानी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई पूरी हो गई।
जयपुर•Nov 04, 2015 / 06:29 pm•
राजस्थान हाईकोर्ट में नाबालिग के साथ यौन दुराचार के आरोप में फंसे आसाराम मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से दायर निगरानी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई पूरी हो गई। न्यायाधीश संदीप मेहता की अदालत में दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी करने के साथ फैसला सुरक्षित रखा गया ।
अभियोजन पक्ष की ओर से एक पूरक आरोप पत्र पेश किया गया था, जिसे सेशन न्यायालय द्वारा खारिज किए जाने के बाद अभियोजन पक्ष ने हाईकोर्ट में निगरानी याचिका दायर की गई थी। वही सहआरोपी शरतचन्द की ओर से पीडि़ता की उम्र के दस्तावेजों को लेकर दायर निगरानी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई अधूरी रही।
अब दीपावली के अवकाश के बाद याचिका पर अगली सुनवाई होगी। पीडि़ता की अलग-अलग दस्तावेज में अलग-अलग उम्र लिखी गई है, जिसको चुनौती देते हुए पॉक्सो एक्ट की धाराएं हटाने की गुहार की थी।
जीप में आए आसाराम, पुलिस रही मुस्तैद इधर मंगलवार को पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद नजर आई। बीते रोज एक महिला द्वारा आसाराम के पैर छूने के प्रयास किए जाने के बाद मंगलवार को पुलिस ने आसाराम की गाड़ी ही बदल दी। आसाराम को जीप में लाया गया था। कोर्ट के बाहर समर्थकों को देखते हुए आसाराम को नए रास्ते से कोर्ट लाया गया था।
सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) में सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष द्वारा सब इंस्पेक्टर मुक्ता पारीक से पुन: परीक्षण के प्रार्थना पत्र पर अभियोजन पक्ष ने अपना जवाब पेश किया है। अब बुधवार इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से बहस की जाएगी।