भोपाल। तीसरी रेल लाइन के विस्तारीकरण के कारण भोपाल स्टेशन पर यात्रियों की परेशानी बढ़ जाएगी। तीसरी लाइन के निर्माण के चलते भोपाल से गुजरने वाली ट्रेनों को लगभग 250 घंटे तक आना जाना बंद रहेगा। इस दौरान इन ट्रेनों को हबीबगंज, बैरागढ़, निशातपुरा, सूखी सेवनियां में रोका जाएगा। सितंबर-अक्टूबर में होगा मेगा ब्लॉक रेल अधिकारियों के मुताबिक सितंबर – अक्टूबर में यार्ड रिमॉडलिंग में ट्रेन के इंजनों को बिजली सप्लाई करने वाली ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइनों को भी शिफ्ट करना पड़ेगा। इसके लिए नई लाइनें बिछाई जाएंगी। इस के लिए ओएचई लाइन्स को भी ब्लॉक किया जाएगा। तीसरी लाइन के आखिरी चरण में भोपाल स्टेशन पर ट्रेनें नहीं आ जा सकेंगी। 27 पॉइन्ट पर होगा बदलाव भोपाल स्टेशन पर पहली बार इतना लंबा ब्लॉक लिया जा रहा है। हालांकि रेल अफसरों का कहना है कि ब्लॉक ऐसे समय में लिया जाएगा, जब ट्रेनों की संख्या कम होगी। हबीबगंज-बीना तीसरी रेल लाइन के आखिरी चरण में भोपाल यार्ड की री-मॉडलिंग की जानी है। ट्रेनें एक से दूसरे ट्रैक पर आ सकें, इसके लिए 27 प्वाइंट बदले जाएंगे। इसका सबसे ज्यादा असर सिग्नलिंग पर पड़ेगा। प्वाइंट बदलने के लिए रूट और सिग्नल को आपस में जोड़ना पड़ेगा। इससे कंट्रोल रूम से किसी नंबर का पॉइंट ऑपरेट करने पर ट्रेन के लिए नया रूट बन जाएगा। इस नए रूट के हिसाब से ट्रेन को सिग्नल भी मिलेगा। अधिकारियों के मुताबिक ने इसमें 250 घंटे का समय लगेगा। हर दिन 4 से 6 घंटे का ब्लॉक दिन में लेना पड़ेगा, तब जाकर करीब डेढ़ महीने में काम पूरा हो पाएगा। इस दौरान ओएचई लाइन का काम भी होगा। यात्रियों की परेशानी बढ़ेगी इस बदलाव से सितंबर के बाद भोपाल स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों की परेशानी बढ़ जाएगी। तीसरी लाइन के निर्माण के चलते भोपाल स्टेशन पर अलग-अलग समय में 250 घंटे से ज्यादा तक ट्रेनों का आना-जाना बंद रहेगा। इससे ट्रेनों को हबीबगंज, बैरागढ़, निशातपुरा व सूखी सेवनिया में रोकना पड़ेगा। नई लाइनें बनाने के बाद यार्ड रीमॉडलिंग का काम सितंबर के बाद शुरू होगा। इसके लिए ट्रेनों को रोका जाएगा। आपको बता दें कि फिलहाल 110 किमी लंबी तीसरी लाइन तैयार हो गई है। रेलवे के पास इस साल के अंत तक काम पूरा करने का लक्ष्य है।