मौसम विज्ञानी पी.के साहा के अनुसार, चक्रवात का प्रभाव मध्य प्रदेश के पश्चिमी भाग जैसे ग्वालियर, चंबलके साथ साथ उज्जैन, इंदौर और भोपाल संभागों में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं। लेकिन, अगले पांच दिन तक बारिश की संभावना नहीं है। दिन में बादल छाने से रात का तापमान बढ़ेगा, जिससे ठंड के प्रकोप कम होगा।
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राजस्थान का असर यहां पड़ेगा
पाकिस्तान के पहाड़ी इलाकों से आ रही सर्द होवाओं के चलते कोहरा और ठंड के रूप में असर दिखा रही हैं। राजस्थान में बनने वाले चक्रवात का असर पूर्वी मध्य प्रदेश पर ज्यादा रहेगा। इसका असर महाकोशल, बुंदेलखंड और बघेलखंड के इलाकों में रहेगा। 22 जनवरी के बाद इन इलाकों में कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज हो सकती है।
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