जेहादी सोच के विस्तार के साथ युवाओं को आतंकी गतिविधियों में शामिल करने की साजिश रचने वाले हकत उत तहरीर (एचयूटी) के संदिग्ध आतंकियों पर एनआइए ने शिकंजा कसा है। शनिवार को एनआइए टीम ने भोपाल और छिंदवाड़ा से पकड़े 11 आतंकियों में से 6 को जेल से लाकर पूछताछ की। इसमें खुलासा हुआ कि वे प्रदेश में बड़ी वारदात की फिराक में थे।
बता दें, 9 मई को एटीएस और एनआइए ने भोपाल से 10 संदिग्ध और एक को छिंदवाड़ा से दबोचा। हैदराबाद से 5 संदिग्धों को पकड़कर भोपाल लाया था। पकड़े गए संदिग्धों में जिम ट्रेनर से लेकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कोचिंग टीचर भी हैं। ये सभी चैटिंग ऐप से एक-दूसरे के संपर्क में थे। जांच में खुलासा हुआ था कि हैदराबाद के साथ रायसेन जिले के जंगलों में फायरिंग समेत अन्य प्रशिक्षण भी दिया गया।
पकड़ाए थे ये संदिग्ध आतंकी
एटीएस ने भोपाल से यासिर, सैयद सामी रिजवी, शाहरुख, मिस्बाह उल हक, शाहिद, दानिश अली, मेहराज, खालिद हुसैन, वसीम, मोहम्मद आलम को पकड़ा। छिंदवाड़ा से करीम और हैदराबाद से सलीम, अब्दुल रहमान, अब्बास अली, शेख जुनैद, हमीद को पकड़ा। इनमें पांच धर्म परिवर्तन कर जेहादी मानसिकता को फैलाने में जुटे थे।
तीसरी बार बढ़ाई रिमांड, अब 8 जुलाई तक रिमांड पर
एटीएस और एनआइए की संयुक्त कार्रवाई में 26 मई को जबलपुर से पकड़े गए तीन संदिग्धों सैयद ममूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद को भोपाल की विशेष एनआइए कोर्ट में पेश किया गया। यहां से तीनों को आठ जुलाई तक रिमांड पर भेजा गया है। बता दें आरोपियों की रिमांड अवधि तीसरी बार बढ़ाई गई है।