मौजूदा रिंग रोड 11 मील के पास आकर रूक गई है। यदि इसे मौजूदा स्थिति में बढ़ाते हैं तो ये कोलार के कजलीखेड़ा से केरवा डेम, कलियासोत के जंगल को पार कर बड़ा तालाब के कैचमेंट वाले गांवों से इंदौर रोड की ओर भौरी में मिलती है। मिसरोद से कोलार की ओर वनक्षेत्र शुरू हो जाता है, इसलिए इसे अधूरा छोडऩा पड़ा और मंडीदीप की ओर बढ़ाकर यहां से इसे सीहोर रोड पार करके भौंरी से मिलाने की कोशिश की जा रही है। अंदरूनी क्षेत्रों को जोड़कर रिंग रोड बनाने पर वनक्षेत्र में जाने की जरूरत नहीं होगी। कोलार रोड को पार कर अमरनाथ कॉलोनी से मौजूदा सड़कों से नीलबड़-रातीबड़ होकर आगे बरखेड़ा नाथ ओर इंदौर रोड तक पहुंचा जा सकेगा। ज्यादा लंबा चक्कर भी नहीं लगेगा। शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों से भी गुजरना नहीं होगा।
-अभी भोपाल में 11 मिल से भौंरी 52 किमी लंबाई की रिंग रोड है
-मिसरोद से भौंरी के बीच रास्ता नहीं होने से ये नहीं बन पाई
-एमपीआरडीसी 800 करोड़ रुपए में करीब 42 किमी का हिस्सा बनाया जाएगा
-मिसरोद से औबेदुल्लागंज,मंडीदीप होते हुए सीहोर रोड को पार कर भौंरी की ओर जुड़ेगा
-शहर का मंडीदीप से जुड़ाव बढ़ेगा, सीहोर-इंदौर के लिए नया रास्ता हो जाएगा
-अगस्त 2023 में इसका काम शुरू होने की उम्मीद है
-11 मील से बंगरसिया फोर 6 किमी सड़क का काम शुरू होगा। रोड बनने से बंगरसिया रोड पर कटीं कॉलोनी, सरकारी प्रॉजेक्ट को सुगम यातायात उपलब्ध होगा। रोड पर वन विभाग की प्रदेश की बड़ी नर्सरी और एक गोल्फ का मैदान भी प्रस्तावित है।
-16 करोड़ रुपए में अयोध्या बायपास सुधारेंगे। इसपर 80 से ज्यादा कॉलोनी कट चुकी हैं। इन्हें लाभ होगा।
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भोपाल में नई रिंग रोड की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होगी। उसके बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
एचएस रिजवी,जीएम एमपीआरडीसी