अमृत-2.0 योजना एमपी के शहरों के लिए मानो वरदान बन रही है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के ज्यादातर शहरों में हरियाली लाई जा रही है। प्रदेश का नगरीय विकास एवं आवास विभाग यहां पार्क बनवा रहा है जोकि एक साल में तैयार हो जाएंगे।
योजना के अंतर्गत प्रदेश के 364 शहरों में पार्क और ग्रीन पब्लिक प्लेस विकसित किया जाएगा। इन शहरों में पार्क बनाने की कुल 390 योजनाएं मंजूर की गईं हैं। नगरीय विकास एवं आवास विभाग 118 करोड़ 8 लाख रुपए की लागत से प्रदेशभर में पार्क बनवाएगा।
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इन पार्क और ग्रीन पब्लिक प्लेस में झूले लगेंगे, वॉकिंग ट्रैक भी बनेगा। यहां प्ले एरिया बनाया जाएगा और बुजुर्गों के लिए विश्राम स्थल भी बनेंगे। पार्कों में योगा प्लेस भी बनाया जाएगा। कुछ पार्कों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा।
इन पार्क और ग्रीन पब्लिक प्लेस में झूले लगेंगे, वॉकिंग ट्रैक भी बनेगा। यहां प्ले एरिया बनाया जाएगा और बुजुर्गों के लिए विश्राम स्थल भी बनेंगे। पार्कों में योगा प्लेस भी बनाया जाएगा। कुछ पार्कों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा।
नगरीय विकास एवं आवास विभाग के कमिश्नर भरत यादव के अनुसार अमृत मिशन के पहले चरण में एक लाख से ज्यादा जनसंख्या वाले शहरों में पार्क बनाए गए थे। अब दूसरे चरण में कम जनसंख्या वाले शहरों में भी ग्रीन पब्लिक प्लेस और पार्क बनाए जा रहे हैं। गर्मी में राहत के लिए पार्कों में नीम, पीपल, अर्जुन, बरगद आदि के पौधे रोपे जाएंगे।
पार्क के लिए मंजूर की गई 390 योजनाओं में से 41 योजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 318 योजनाओं की टेंडर प्रक्रिया हो चुकी है जबकि शेष के डीपीआर बनाए जा रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाए जा रहे पार्कों का काम समय पर पूरा करवाया जाएगा।