नगर निगम के दावे के मुताबिक पिछले कुछ माह में शहर से कई क्ंिवटल पॉलीथिन जब्त की गई। बावजूद इसके ये छोटी-छोटी दुकानों से लेकर फेरी लगाने वालों के पास नजर आ रही है। संवाददाता ने पुराने शहर में एक दुकानदार से संपर्क कर इसका कारण जाना। इनके जरिए कुछ महिला कारोबारी पॉलीथिन बेचती मिली। इनसे बात हुई तो पता लगा कई और भी महिलाएं अलग-अलग बाजार में इन्हें बेच नहीं हैं।
कोई नहीं करता जांच पुराने शहर के चौक बाजार में थैले में पॉलीथिन लिए महिला दुकानों पर इन्हें बेच रहीं थी। जब इससे बात हुई तो बताया कई दुकानों पर पॉलीथिन न मिलने से उन्हें मुनाफा हो रहा है। कई दुकानदार अच्छे दाम पर इन्हें खरीद लेते हैं। क्या बेच रहे इसकी कोई जांच भी नहीं करता है। छोटी बड़ी पॉलीथिन के पैकेट हैं। कई लोग तो अब जानने लगे हैं ऐसे में बिक्री आसान हो गई है।
इनका कहना पॉलीथिन का उपयोग रोकने कार्रवाई हो रही है। इसके विकल्प के तौर पर नगर निगम कपड़े के थैले बनवा कर बंटवा रहा है। लोगों में जागरुकता के लिए भी प्रयास हो रहे हैं। महिलाओं के जरिए अगर पॉलीथिन बेची जा रही है तो वहां कार्रवाई कराई जाएगी।
राजेश राठौड़, एडिशनल कमिश्नर नगर निगम