ये सड़कें बनी हुई है खतरनाक:
चाहे रायसेन रोड हो या होशंगाबाद रोड क्षेत्र का बागसेवनियां, सुभाष नगर क्षेत्र हो या कोलार रोड। इनके अलावा जेके रोड,गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, नेहरू नगर या अवधपुरी मार्ग हो या खजुरीकलां रोड, करौंद से अयोध्या बायपास रोड के अलावा शहर के अंदर की कई कॉलोनियों के मार्ग भी गड्ढों से अटे पड़े हैं। इन क्षेत्रों से आने वाली
रोज रोज शिकायतों को देखते हुए विभाग ने अब नया फॉमूला अपनाना शुरू कर दिया है। जो कहने को तो कुछ समय के लिए इन गड्ढों को ढक लेता है, लेकिन इससे होने वालों नुकसान को लगातार नजरंदाज किया जा रहा है।
चाहे रायसेन रोड हो या होशंगाबाद रोड क्षेत्र का बागसेवनियां, सुभाष नगर क्षेत्र हो या कोलार रोड। इनके अलावा जेके रोड,गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, नेहरू नगर या अवधपुरी मार्ग हो या खजुरीकलां रोड, करौंद से अयोध्या बायपास रोड के अलावा शहर के अंदर की कई कॉलोनियों के मार्ग भी गड्ढों से अटे पड़े हैं। इन क्षेत्रों से आने वाली
रोज रोज शिकायतों को देखते हुए विभाग ने अब नया फॉमूला अपनाना शुरू कर दिया है। जो कहने को तो कुछ समय के लिए इन गड्ढों को ढक लेता है, लेकिन इससे होने वालों नुकसान को लगातार नजरंदाज किया जा रहा है।
ये है नया फॉर्मूला…
सड़क पर हो चुके गड्ढों को रिपेयर करने की बजाय इन दिनों केवल ईंट, पत्थर व मिट्टी भरकर काम चलाया जा रहा है।
गड्ढों का पक्का समाधान करने की बजाय विभाग द्वारा इनमें ईंट, मिट्टी या पत्थर डलवाया जा रहा हैं। वहीं सड़कों पर डाली गई मिट्टी ईंट तो राहगीरों की परेशानी पहले से और भी ज्यादा बढ़ा दी है। ईंटाें के टुकड़े वाहनों के टायर खराब कर रहे हैं अौर मिट्टी उड़कर परेशानी बन रही है। इससे हादसों की भी आशंका बढ़ रही है। जाकनारों के अनुसार ऐसा लगता है कि इसे कम खर्चिला व जल्द पूरा हो जाने वाला मानते हुए ही विभाग द्वारा अपनाया जा रहा है।
सड़क पर हो चुके गड्ढों को रिपेयर करने की बजाय इन दिनों केवल ईंट, पत्थर व मिट्टी भरकर काम चलाया जा रहा है।
गड्ढों का पक्का समाधान करने की बजाय विभाग द्वारा इनमें ईंट, मिट्टी या पत्थर डलवाया जा रहा हैं। वहीं सड़कों पर डाली गई मिट्टी ईंट तो राहगीरों की परेशानी पहले से और भी ज्यादा बढ़ा दी है। ईंटाें के टुकड़े वाहनों के टायर खराब कर रहे हैं अौर मिट्टी उड़कर परेशानी बन रही है। इससे हादसों की भी आशंका बढ़ रही है। जाकनारों के अनुसार ऐसा लगता है कि इसे कम खर्चिला व जल्द पूरा हो जाने वाला मानते हुए ही विभाग द्वारा अपनाया जा रहा है।
जानकारों के अनुसार सड़क के गड्ढों को इस नए फॉमूले से भरने के कारण कई बड़े नुकसान होते हैं…
1. गड्ढों में डाली गई ईंटे सड़क को और अधिक तोड़ देतीं हैं।
2. ये एक्सीडेंट के लिए उत्तरदायी है।
3. ये लंबे समय का निराकरण नहीं है।
4. हादसों में वृद्धि लाता है।
5.बारिश में मिट्टी कीचड तो गर्मीयों में धूल लोगों के लिए परेशानी का विषय बनती है।