राजधानी भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में चले गहमागमी के बीच सोमवार को उज्जैन दक्षिण से भाजपा के विधायक मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। शाम को ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया और मोहन यादव ने नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। अब मोहन यादव 13 दिसंबर को लाल परेड मैदान स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
दिग्गज नेताओं में मायूसी
इस बार भाजपा ने विधानसभा चुनाव में कई सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतारा था। इन दिग्गजों के कारण प्रदेश में लोग इन्हीं में से सीएम बनता देख रहे थे, लेकिन सोमवार को अचानक मोहन यादव का नाम सामने आने के बाद सभी हैरान रह गए। इनका नाम किसी ने पहले इस पद के लिए सुना भी नहीं था। इस फैसले के बाद सीएम बनने की कतार में लगे भाजपा के कई दिग्गज मायूस हो गए। इसके बाद कयास लगना शुरू हो गए कि अब इन दिग्गज नेताओं का क्या होगा। यह वापस केंद्र में जाएंगे या किसी रणनीति के तहत मध्यप्रदेश में ही रहकर लोकसभा चुनाव की तैयारी करेंगे। क्योंकि चार माह बाद देश में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। बाकी दिग्गज नेताओं को कुछ नहीं दिया गया।
क्या बदले जाएंगे मंत्री?
मध्यप्रदेश में सीएम की घोषणा होने के बाद अब मंत्रिमंडल की भी अटकलें लगने लगी हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व के 12 मंत्री चुनाव हार गए थे। अब 19 मंत्री दोबारा चुनाव जीतकर आए हैं। ऐसे में अब इन पर भी विचार किया जा सकता है कि इनमें से किन किन मंत्रियों को दोबारा मंत्री बनाया जाएगा। जो मंत्री चुनाव जीतकर आए हैं उनमें गोपाल भार्गव, बिसाहूलाल सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, उषा ठाकुर, तुलसी सिलावट, विजय शाह, भूपेंद्र सिंह, विश्वास सारंग, प्रभुराम चौधरी, ओमप्रकाश सकलेचा, इंदर सिंह परमार, हरदीप सिंह डंग, प्रद्युम्न सिंह तोमर चुनाव जीत गए हैं। इनमें से एक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम भी चुनाव जीत गए हैं। वहीं विधायकों में हेमंत खंडेलवाल, संजय पाठक, अर्चना चिटनिस, रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, रामेश्वर शर्मा, सुरेंद्र पटवा, महेंद्र सिंह हार्डिया, कृष्णा गौर भी दोबारा विधायक बन गए हैं।
यह दिग्गज नेता उतारे थे
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में 7 सांसदों को मैदान में उतारा था। इनमें तीन केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। इसमें से एक केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और सांसद गणेश सिंह चुनाव हार गए। बाकी नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक चुनाव जीत गए। लेकिन इनमें से नरेंद्र सिंह तोमर को ही मध्यप्रदेश विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया है।