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[typography_font:14pt;” >इस तरह की गई नई व्यवस्था
नए आदेश के मुताबिक, जो लोग तेल, आटा, शक्कर आदि जैसी जरूरी चीजे बेचते हैं, तो वो अपनी दुकानें खोल सकेंगे। हालांकि, इससे पहले उन्हें एसडीएमस से इसकी अनुमति लेनी होगी। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, इसके अलावा दूध डेयरी, सांची पार्लर, मेडिकल स्टोर्स और बैकरी आदि खुली रहने की परमीशन तो पहले से ही दी जा चुकी है। इसके अलावा, नगर निगम द्वार चलाई जा रही आपकी सब्जी आपके द्वार योजना और ऑनलाइन बुकिंग पर होम डिलिवरी से किराना सामान पहुंचाए जाने की भी व्यवस्था है। छोटे किराना दुकानदार भी लोडिंग ऑटो से होम डिलिवरी कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें एसडीएम से परमीशन लेनी होगी। वहीं, कलेक्टर द्वार सख्ती से ये बात भी की गई है कि, इस दौरान कालाबाजारी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
पूरे शहर में 3000 किराना दुकानों का संचालन
किराना दुकानों को खोलने की अनुमति देने के बाद बुधवार को शहरभर में 3000 किराना दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई, जिसके चलते होम डिलेवरी का दबाव कुछ कम होना शुरू हुआ। बुधवार को लगभग 12 हजार घरों में किराने की होम डिलेवरी की गई। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके वर्मा के मुताबिक, थोक दुकानों को दिन के हिसाब से खोला जा रहा है। हर कमोडिटी के लिए अलग-अलग दिन तय किये गए हैं। बुधवार को रिकॉर्ड 3500 क्विंटल सब्जी सप्लाई की गई। करोंद मंडी में रोजाना 6500 क्विंटल सब्जी आती है, लेकिन इसमें से बड़ा हिस्सा आसपास के शहरों में भी भेजा जाता है। बुधवार को 675 वाहनों से शहर में सब्जी सप्लाई की गई, जिनमें से 30 वाहन सिर्फ क्वेरेंटाइन एरिया के लिए थे। नगर निगम के अपर आयुक्त कमल सोलंकी ने कहा कि, अब धीरे-धीरे फलों की गाड़ियां की संख्या बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है। हालांकि, शहर की अन्य मंडियों के अलावा, जिला प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी मिसरौद में सब्जी की नीलामी भी करा रहे हैं। ताकि, इलाके के व्यापारियों को ज्यादा दूर सब्जी खरीदने न जाना पड़े।