बता दें कि हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में शुमार नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है। इस समय शारदीय नवरात्रि का रंग मध्यप्रदेश समेत पुरे देश में देखने को मिल रहा है। माता के नौ रूपों की पूजा के लिए मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारे लगी हुई है। पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी और तीसरे दिन मां चंद्रघंटा के दर्शन का बड़ा महत्त्व है।
बिजासन माता मंदिर (Bijasan Mata Temple)
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में माता दुर्गा के नौ रूपों की एक साथ पूजा की जाती है। इस मंदिर को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित है। भक्तों का कहना है कि बिना मन्नत मांगे इस मंदिर में कोई भी मुराद पूरी नहीं होती है। ये भी पढ़ें – 400 साल पुराने इस मंदिर में सीधी हो जाती है देवी की टेढ़ी गरदन, नवरात्रि में मन्नत मांगने आते है हजारों भक्त 1000 साल पुराने इस मंदिर का नाम बिजासन माता मंदिर है। नवरात्र के समय भक्तों की भारी भीड़ इस मंदिर में उमड़ती है। माता के दर्शन के लिए नौ दिनों तक लंबी-लंबी लाइनों में लगकर भक्त अपनी पारी का इंतजार करते है। मां चंद्रघंटा के पूजा के लिए भी श्रद्धालु यहां पहुंचते है।
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शारदा माता मंदिर (Sharda Mata Temple)
मैहर जिले में चित्रकूट पर्वत की ऊंची चोटी पर विराजमान शारदा माता मंदिर पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। यहां आम दिनों में भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। वहीँ नवरात्रि के समय देशभर से श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आते है। इस मंदिर में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्र में मां चंद्रघंटा के दर्शन के लिए भी भक्त मैहर के इस पावन स्थल पर आते है। मंदिर को लेकर मान्यता है कि जो भक्त सच्चे दिल से मन्नत मांगता है, शारदा मां उसकी पुकार जरूर सुनती है।