राष्ट्रीय ध्वज झुकाना गलत- शंक्राचार्य
शंक्राचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बस यही नहीं कहा, उन्होंने आगे केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि, हमारे यहां सन्यासियों के दिवंगत होने पर ये शौक क्यों नहीं मनाया जाता ? शंकराचार्य की माने तो महारानी के भेजे गए अंग्रेजों ने सवा 7 लाख बेकसूर भारतीयों को मारा था। उनके निधन पर राष्ट्रीय शोक मनाना और राष्ट्रध्वज को झुकाना पूरे देश के लिए ठीक नहीं है।
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90 साल की लीज पर जवाब दें ?
शंकराचार्य ने कहा कि हमने सुना है और गूगल पर भी यह दस्तावेज है कि भारत को अंग्रेजों ने 90 साल की लीज पर आजादी दी थी। अब 75 साल हो गए हैं, 15 साल शेष हैं। इसके बाद भारत पुनः गुलाम हो जाएगा। इसपर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और देश की न्यायपालिका को जवाब देना चाहिए।
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स्वरूपानंद के निधन के बाद उठे सवाल
जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के निधन के बाद उनके अनुयाई निधन के बाद देश में 1 दिन का राष्ट्रीय शोक चाहते थे। इसे लेकर चर्चाओं का दौर चलता रहा। मध्य प्रदेश सरकार ने स्वरूपानंद के निधन के बाद उन्हें राजकीय सम्मान से विदाई दी थी।