समारोह में हिमाचल प्रदेश की टीम ने नागरी डांस पेश किया। नृत्य के माध्यम से बताया गया कि गांव की महिलाएं शहर में मेले में जाकर किस तरह अपनी खुशी का इजहार करती है। टीम ने पिपला रे हैट मेरी अम्मा खड़ी री गाने पर प्रस्तुती दी। आंध्र प्रदेश की टीम ने कोया नृत्य पेश किया। कोया गुढ़म के जंगल में रहने वाले कोया जनजाति जंगल के देवता अडवी तुल्ली की आराधना करते हुए उनके समक्ष ये नृत्य करते हैं। जनवरी में ये उत्सव किया जाता है। इसके बाद दिल्ली ने धौलचमम नृत्य प्रस्तुत किया। मणिपुर का यह लोक नृत्य होली के समय की जाती है। इसमें नृत्य को ढोल, ढोलक और ताल पर कृष्ण लीलाओं का वर्णन किया जाता है।
सिक्किम ने दिखाया नेपाल का ट्रेडिशन सिक्किम की टीम ने मारुनी नृत्य के माध्यम से नेपाल की लोक परंपराओं का वर्णन किया। इसे उत्सव व त्योहार पर किया जाता है। इस नृत्य में गाने के बोल जिंदगी हो जिनको, आगो को जिनको… है। इस नृत्य के माध्यम से ये बताया जाता है कि जिंदगी छोटी सी है, इसलिए सभीके साथ हंसी खुशी से बिताएं। इसी क्रम में बिहार की टीम ने कर्मा नृत्य में खलिहान गीत मढया के तीर गौरी आ जा वे… पेश किया। भाई अपनी बहन के लिए यह नृत्य करता है।