भोपाल। 73 साल पहले भारत से लुप्त हो चुके चीतों की एक बार फिर एंट्री होने जा रही है। दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से 8 चीतों को भारत लाया जा रहा है। इन्हें श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क (kuno national park) में छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) इस कार्यक्रम का उद्घाटन 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) से कराना चाहते हैं। इसी दिन पीएम मोदी 72 साल के हो जाएंगे और 73वें वर्ष में प्रवेश करेंगे। यदि ऐसा हुआ तो यह पीएम मोदी को जन्म दिन पर एक ‘बड़ा गिफ्ट’ होगा।
खुद समीक्षा कर रहे हैं सीएम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chauhan) चीता ट्रांसलोकेशन प्रोजेक्ट (cheetah translocation project) की खुद समीक्षा कर रहे हैं। फारेस्ट विभाग समेत वाइल्ड लाइफसेंचुरी के अधिकारी सही समय पर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की तैयारी में जुटे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम शिवराज सिंह चौहान चाहते हैं कि इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री करें। इस संबंध में राज्य सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र भी भेजा गया है।
बन रहे हैं 5 हेलीपैड
श्योपुर में 17 सितंबर को पीएम मोदी आ सकते हैं। इसे लेकर 5 हेलीपैड (Helipad) बनाए जा रहे हैं। दो हेलीपैड पर विदेश से आने वाले चीता लैंड होंगे, वहीं बाकी तीन हेलीपैड पर पीएम मोदी का काफिला उतरेगा। मध्यप्रदेश के भी कई मंत्री इस दिन होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
73 साल बाद नजर आएंगे चीते
73 साल पहले तक भारत में चीते नजर आते थे। वर्ष 1947 में ली गई सरगुजा महाराज रामानुशरण सिंह के साथ चीते की तस्वीर को अंतिम मान लिया गया था। वर्ष 1952 में भारत सरकार ने चीते को विलुप्त जीव घोषित कर दिया गया था। गुजरात के गिर अभयारण्य से बब्बर शेर न मिलने पर भारत सरकार ने वर्ष 2010 में कूनो में चीता बसाने की योजना बनाई थी।
एक नजर
एक छोटी-सी छलांग में अधिकतम 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में दौड़ सकता है।
इसी स्पीड से 460 मीटर तक लगातार दौड़ सकता है।
3 सेकंड में ही 103 की रफ्तार पकड़ लेता है। चीता शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द चित्रकायः से हुई है।