उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी (samajwadi party) के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने 82 वर्ष की आयु में सोमवार को सुबह अंतिम सांस ली। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त कर उन्हें जमीन से जुड़ा नेता बताया। अमित शाह ने भी कहा कि जन नेता के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन का समाचार सुनते ही अमित शाह मेदांता अस्पताल रवाना हो रहे हैं।
शिवराज बोले जमीन से जुड़े नेता थे
मुलायम सिंह यादव जी जमीन से जुड़े हुए नेता थे। जब हमने अपने-अपने राज्यों के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया, तब मुलायम सिंह जी के साथ कई बार विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ। उनके दुखद निधन पर शोकाकुल परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।
।। ॐ शांति ।।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने दी श्रद्धांजलि
इधर, मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने भी मुलायम सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव जी का निधन दुखद है। उनके चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना है।
प्रदेश अध्यक्ष भी हैं दुखी
मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह के निधन पर अत्यंत दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने ट्वीट संदेश में कहा है कि देश के पूर्व रक्षामंत्री, उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक श्री मुलायम सिंह यादव के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में विश्रांति दें व शोकाकुल परिजनों को इस कठिन घड़ी में संबल प्रदान करें।
93 दिन पहले इसी अस्पताल में हुआ था पत्नि का निधन
मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना का निधन भी इसी अस्पताल में 93 दिन पहले हुआथा। इसके बाद अब मुलायम सिंह ने मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। साधना मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी थी और भाजपा नेत्री अर्पणा यादव की सास और प्रतीक यादव की मां थीं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2003 में मुलायम सिंह की पहली पत्नी और अखिलेश यादव की मां मालती देवी का निधन हो गया था। इसके कुछ दिन बाद सपा नेता ने खुद से 20 साल छोटी साधना गुप्ता को दूसरी पत्नी का दर्जा दिया था। साधना गुप्ता इटावा के बिधुना तहसील की रहने वाली थीं। 4 जुलाई 1986 में उनकी पहली शादी फर्रुखाबाद के चंद्र प्रकाश गुप्ता से हुई थी। यह दंपती 7 जुलाई 1987 को एक बेटे के माता-पिता बने, जिसका नाम प्रतीक यादव रखा। इसके दो साल बाद साधना और चंद्र प्रकाश अलग हो गए थे। इसके बाद साधना गुप्ता सपा के तत्कालीन सुप्रीमो मुलायम सिंह के संपर्क में आ गई थीं।