यह भी पढ़ें : Shivraj Singh Chauhan: शिवराजसिंह चौहान को बनाएं एनडीए का पीएम! दिग्गज नेता के ट्वीट ने मचाई हलचल रायसेन की अंकिता पाटकर के पिता दौलतराम पाटकर पोस्ट ऑफिस एजेंट हैं। उनकी मां चंद्रकला पाटकर सहायक शिक्षिका थीं। अंकिता की अन्य चारों बहनें भी सरकारी सेवा में है और छोटा भाई भी पीएससी की तैयारी कर रहा है। अंकिता ने बाड़ी के नवोदय विद्यालय से स्कूल की पढ़ाई पूरी की और फिर ग्रेजुएशन किया।
ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने सिविल सर्विेसेस पर फोकस किया। खास बात यह है कि इसके लिए वे महंगी कोचिंग में नहीं गईं। उन्होंने ओबीसी वर्ग को मिलने वाली सरकार की फ्री ऑफ कॉस्ट स्कीम से सिविल सर्विसेज की तैयारी की।
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अंकिता ने 2019 में प्रीलिम्स और मेन्स क्लीयर किया पर इसका रिजल्ट नहीं आया। 2020 में फिर एग्जाम दिया पर प्रीलिम्स क्लीयर नहीं हुआ। पिछले साल वे वर्ग तीन प्राइमरी शिक्षक में चुनी गई। इसके साथ ही व्यापमं, पटवारी ग्रुप-4 का एग्जाम भी क्लियर किया।
अंकिता ने 2019 में प्रीलिम्स और मेन्स क्लीयर किया पर इसका रिजल्ट नहीं आया। 2020 में फिर एग्जाम दिया पर प्रीलिम्स क्लीयर नहीं हुआ। पिछले साल वे वर्ग तीन प्राइमरी शिक्षक में चुनी गई। इसके साथ ही व्यापमं, पटवारी ग्रुप-4 का एग्जाम भी क्लियर किया।
जॉब में रहते हुए 8 से 9 घंटे पढ़ीं
मार्च में अंकिता ने ड्यूटी जॉइन की। रायसेन में रहकर जॉब के साथ 2021 के मेंस की तैयारी करने लगीं। वे सुबह 6 से 10 बजे तक पढ़ाई करतीं और सीधे कार्यालय पहुंच जाती थी। वहां से लौटकर शाम 5 बजे जो पढ़ने बैठती तो रात 12 बजे तक पढ़ती रहतीं। इस प्रकार जॉब में रहते हुए भी 8 से 9 घंटे पढ़ती थीं।
मार्च में अंकिता ने ड्यूटी जॉइन की। रायसेन में रहकर जॉब के साथ 2021 के मेंस की तैयारी करने लगीं। वे सुबह 6 से 10 बजे तक पढ़ाई करतीं और सीधे कार्यालय पहुंच जाती थी। वहां से लौटकर शाम 5 बजे जो पढ़ने बैठती तो रात 12 बजे तक पढ़ती रहतीं। इस प्रकार जॉब में रहते हुए भी 8 से 9 घंटे पढ़ती थीं।