मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली के प्रदूषण का असर ग्वालियर-चंबल संभाग में सर्वाधिक दिखा। यहां घने कोहरे से दृश्यता 200 मीटर से कम रही। जम्मू-कश्मीर में सक्रिय जेट स्ट्रीम विंड से बर्फबारी के बाद हवा अपने साथ ठंडक लेकर आ रही है।
मौसम विज्ञानी शिल्पा आपटे ने बताया कि फिलहाल कोई सिस्टम नहीं है। उत्तर भारत में जेट स्ट्रीम सक्रिय है, लेकिन हवा की रफ्तार अभी कम है। 20 नवंबर के बाद सर्द हवा के कारण तापमान में गिरावट होगी।
दृश्यता से करें पहचान
कोहरा : 1000 मीटर से कम दृश्यता को कोहरा कहा जाता है। कुहासा : 1000-1500 मीटर की दृश्यता कुहासा कहलाती है। धुंध : 2500-4000 मीटर तक की दृश्यता धुंध होती है।सबसे सर्द पचमढ़ी, भोपाल, जबलपुर-उज्जैन में सामान्य से नीचे आया पारा
राजधानी भोपाल के अलावा जबलपुर और उज्जैन में रात का पारा सामान्य से कम नीचे आ गया है। ग्वालियर और उज्जैन में पारा 15 डिग्री या इससे कम है। वहीं मध्य प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में नवंबर महीने की रातें सबसे सर्द रही हैं। पिछली 4 रातों से यहां पारा 10 डिग्री सेल्सियस से कम ही है। रविवार-सोमवार की रात तापमान 8.2 डिग्री रहा। पचमढ़ी में एक सप्ताह में 3 बार पारा 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है।अब ग्वालियर-चंबल में भी ठंड बढ़ेगी, बारिश का भी अलर्ट
कोहरे के साथ ग्वालियर-चंबल संभाग में अब सर्द हवाओं का असर बढ़ेगा। यहां अगले दो-तीन दिन में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। वहीं मौसम विभाग ने यहां नवंबर महीने के अंत में बारिश का अलर्ट जारी किया है।इन शहरों में तेजी से गिरा टेम्प्रेचर
रविवार-सोमवार की रात पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बालाघाट में 11.4 डिग्री, तो शहडोल में यह 10 डिग्री, शाजापुर-उमरिया में 11.6 डिग्री तक दर्ज किया गया। नौगांव, रीवा, बैतूल, रायसेन, खंडवा, खरगोन, सतना, छिंदवाड़ा, राजगढ़ और सिवनी में तापमान 15 डिग्री से नीचे ही बना रहा। एमपी के बड़े शहरों की बात करें तो रविवार और सोमवार की रात भोपाल में 13.2 डिग्री, इंदौर में 15.7 डिग्री, ग्वालियर में 16.2 डिग्री और उज्जैन में 15 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं जबलपुर में 12.6 डिग्री सेल्सियस रहा।