प्रदेश के अनेक हिस्सों में शनिवार रात से रविवार सुबह तक बारिश हुई। इस दौरान धार, उज्जैन में 1 इंच से अधिक तो खरगोन में पौन इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। वहीं रविवार शाम को भोपाल सहित अन्य शहरों में बारिश हुई। लगातार बारिश के चलते नमी और अन्य परिस्थतियों को देखते हुए मानसून आगमन की घोषणा की गई।
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दक्षिण पश्चिम मानसून रविवार को प्रदेश के अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी और सिंगरौली जिलों में प्रवेश कर चुका है। इसके पहले 21 जून को पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, अनूपपुर और डिंडोरी जिले में मानसून का आगमन हो चुका था।
मानसून की रफ्तार अच्छी
मौसम विज्ञानी ने बताया कि इस समय प्रदेश में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों ही ओर से नमी आ रही है। हवा का रूख भी दक्षिण पश्चिमी है, ऐसे में मानसून को गति मिल रही है। आने वाले दो से तीन दिनों में प्रदेश के शेष हिस्सों में भी मानसून पहुंचने की संभावना है। अभी पश्चिमी विक्षोभ के साथ दक्षिण पश्चिम राजस्थान और मध्य राजस्थान में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। राजस्थान से छत्तीसगढ़ तक मप्र तक एक द्रोणिका भी बन रही है। इसके कारण आने वाले तीन चार भोपाल समेत प्रदेश में अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना है।