भोपाल। कोरोनाकाल में 21 सितंबर से शुरू होने वाला तीन दिवसीय सत्र अब एक दिन का होगा। इस सत्र की खास बात यह होगी कि पहली बार विधानसभा का सत्र वर्चुअल तरीके से आयोजित किया जाएगा। पत्रिका ने यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था, जिसकी चर्चा सर्वदलीय बैठक में हुई और विधानसभा सत्र के अलावा वर्चुअल बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
कोरोना संक्रमण से बचाव, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने मंगलवार को हुई सर्वदलीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ मौजूद रहे।
बैठक में बताया गया कि अब तक 40 विधायक कोरोना पाजिटिव हो चुके हैं। इनमें 10 मंत्री भी हैं। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 90 हजार के पार हो चुकी है। इसके बाद तय हुआ कि सदन में कम विधायक ही उपस्थित रहें। बीमार और बुजुर्ग विधायकों से आग्रह किया जाएगा कि वे वर्चुअल ही सदन से जुड़ें। इस सत्र में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी टाल दिया गया है। इसका चुनाव अब जनवरी-फरवरी में होने वाले सत्र में होगा।
पत्रिका ने उठाया था यह मुद्दा
प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए पत्रिका ने मुद्दा उठाया था कि जब कैबिनेट बैठक वर्चुअल तरीके से हो सकती है। वीसी से विभागीय समीक्षाएं हो सकती हैं। राजनीतिक दल वर्चुअल रैलियां कर सकते हैं तो विधानसभा सत्र वर्चुअल क्यों नहीं हो सकती। बैठक में पत्रिका के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। सीएम ने ऑनलाइन बैठक का जिक्र छेड़ा। कमलनाथ ने पूछा यह कैसे संभव होगा। इस पर प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा कि सचिवालय विधायकों को लिंक उपलब्ध कराएगा, जिसके जरिए वे जुड़ जाएंगे।