सरकार ने सतना, देवास, सीहोर, रायसेन, गुना, टीकमगढ़, श्योपुर, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी और डिंडोरी के कलेक्टर बदल दिए। इन जिलों की जिम्मेदारी 2012, 2013 व 2014, 2015 बैच के आइएएस अफसरों को दे दी। जिन कलेक्टरों को हटाया गया इनमें से कुछ का 3 साल का कार्यकाल पूरा हो गया तो कुछ का पूरा होने वाला था। हालांकि कुछ अफसरों के खिलाफ जनप्रतिनिधियों की नाराजगी भी थी। दूसरा सबसे बड़ा बदलाव मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में किया। यहां से भरत यादव और अविनाश लवानिया को बाहर कर दिया। यादव और लवानिया मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव थे। जबकि इनके पास अन्य विभागों की जिम्मेदारी भी थी। वहीं
सीएमओ में सिबि चक्रवर्ती एम को सचिव और रायसेन कलेक्टर रहे अरविंद कुमार दुबे को अपर सचिव बनाया है। विजयपुर उप चुनाव हारने के बाद कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को श्योपुर से हटाकर गुना का कलेक्टर बनाया है।
मंत्रियों और केंद्र के दखल के बाद हटाए गए भरत यादव
जिन 42 आइएएस का तबादला किया है, उनमें प्रमुख नाम भरत यादव का है। वह मुख्यमंत्री के सचिव थे। उनके पास नगरीय प्रशासन का भी जिम्मा था। सूत्रों के मुताबिक उन्हें हटाए जाने की सूचना लंबे समय से थी। माना जा रहा था कि भरत यादव से कुछ मंत्री नाराज थे, जो उन्हें टीम से हटाए जाने की मांग को लेकर अड़े थे। केंद्र से भी यादव को लेकर मार्गदर्शन था। जिसके आधार पर सरकार ने उन्हें हटाया है। हालांकि चर्चा यह भी है कि पूर्व में वह मुयमंत्री के सामने खुद को दोनों ही जिमेदारियों से मुक्त करने की बात कह चुके थे।
अगली सूची जापान से लौटने पर तबादले
अगली सूची जापान से लौटने पर तबादलों का दौर आगे भी जारी रहेगा। माना जा रहा है कि अब अगली सूची मुयमंत्री डॉ. मोहन यादव के जापान दौरे से लौटने के बाद आएगी। इसमें मंत्रालय से जुड़े उन अफसरों के नाम हो सकते हैं, जिन्हें हाल में पदोन्नति दी थी। इसके अलावा भी कई स्तर पर बदलाव किए जाने की चर्चा है।
आखिरकार नेहा को मिली कलेक्टरी
आइएएस नेहा मारव्या का नाम पूर्व में काफी चर्चित रहा है। आइएएस मीट के दौरान उन्होंने ग्रुप पर फील्ड पोस्टिंग नहीं होने को लेकर पीड़ा व्यक्त की थी। तब भी वह चर्चा में आईं थीं। इसके चंद दिनों बाद उन्हें कलेक्टरी मिल गई। सरकार ने उन्हें डिंडोरी का कलेक्टर बनाया है। वहीं लंबे समय बाद ऋतुराज सिंह को कलेटरी मिली है, उन्हें देवास कलेक्टर बनाया है।