MP Tourism : मानसून में सैर-सपाटे के लिए बेस्ट है मध्यप्रदेश की ये 5 जगह, जमाना भूल जाएंगे आप
MP Tourism : मानसून सीजन में बारिश की बूंदों के साथ बाहें फैलाती मध्यप्रदेश की हरियाली टूरिस्ट को बेहद रास आती है..दुनिया के शोर-शराबे से दूर सुकून की तलाश में लोग एमपी की नेचुरल खूबसूरती में आकर खो जाते हैं… क्या आप भी हैं नेचर लवर, इतिहास आपको करता है अट्रेक्ट, तो एक बार जरूर आएं मध्य प्रदेश…
MP Tourism : नेचर को जानने के लिए बरसात से बेहतर और क्या ही हो सकता है। मानसून सीजन में बारिश की बूंदों के साथ मध्यप्रदेश की हरियाली अपनी खूबसूरत बाहें फैला देती है। दुनिया के शोर-शराबे से दूर लोग इसकी गोद में सुकून पाने यहां पहुंचते हैं।
देश ही नहीं दुनिया भर से ट्रैवलर्स अपने परिवार या दोस्तों के संग यहां घूमने आते हैं और अपने साथ कई यादगार पल संजोकर ले जाते हैं। पहाड़ों, वादियों, अट्रैक्टिव वाटर फॉल के अलावा भारत का दिल कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में कई हिस्टोरिकल प्लेसेज भी है सदियों पुरानी दासतां सुनाते हैं। patrika.com आपको बता रहा है top 5 tourist places in MP जहां मानसून में घूमकर आ जाएगा मजा…पढ़ें अवंतिका पांडे की रिपोर्ट…
पचमढ़ी (Pachmarhi)
मानसून सीजन में एमपी आए हैं और अगर पचमढ़ी नहीं देखा तो जरूर सोचें कि आपने फिर क्या देखा? सतपुड़ा की रानी नाम से मशहूर पचमढ़ी का कोना-कोना नेचुरल खूबसूरती का वास है। अगर आप नेचर लवर हैं तो यकीन मानिए यहां आकर आप खुद को नेचर के बेहद करीब पाएंगे।
हरे-भरे घने जंगल, पहाड़ों की ऊंची चोटियां… इन चोटियों से गिरते अट्रैक्टिव झरनों को देखकर आपकी आंखें ठहर जाती हैं और कदम जैसे यहीं थम जाते हैं। यहां 150 फीट ऊंचा बी फाल्स (जमुना जलप्रपात), महाभारत काल की कहानी सुनाती पांडव गुफा, सुकून भरे सनसेट और सनराइज के लिए धूपगढ़ के साथ ही खूबसूरत वादियां आपको यहां से जाने नहीं देंगी। मानसून सीजन में यहां हर 100 मीटर पर एक जलप्रपात नजर आने के कारण दुनिया में इसे भारत का स्विट्जरलैंड के रूप में भी जाना जाता है।
भेड़ाघाट (Bheraghat)
संस्कारधानी जबलपुर का भेड़ाघाट संगमरमर के शफक (सफेद) पहाड़ों के बीच बहती नर्मदा का धुआंधार जलप्रपात देखने टूरिस्ट की भीड़ उमड़ती है। एमपी का एक बेहतरीन टूरिस्ट प्लेस… जहां आकर लोग इसके दूधिया रंग में खो जाते हैं और तेज बहाव में बहती नर्मदा के पानी की सुकून देने वाली आवाज टूरिस्ट का दिल जीत लेती है।
नेचर लवर्स के लिए राहत की बात ये रहती है कि सिर्फ मानसून सीजन में ही नहीं आम दिनों में भी धुआंधार जलप्रपात की खूबसूरती कम नहीं होती। इसकी खूबसूरती का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि बॉलीवुड डायरेक्टर्स को भी ये बेहद अट्रैक्ट करता है और इसीलिए ये फिल्मों की शूटिंग के लिए भी काफी लोकप्रिय है। बता दें कि डंकी (2023), मोहनजोदड़ो (2016), अशोक (2001), जिस देश में गंगा बहती है (1907) जैसी लोकप्रिय फिल्मों की शूटिंग भेड़ाघाट में हो चुकी है।
ओरछा (Orcha)
अगर आपको इतिहास ज्यादा अट्रैक्ट करता है तो बता दें कि बेतवा नदी पर बसा ऐतिहासिक शहर ओरछा दुनिया भर में अपनी खूबसूरती और इतिहास के लिए मशहूर है। घने जंगल और पहाड़ों से घिरे ओरछा में महल, किले और कई ऐतिहासिक इमारतें हैं, जो आपको सदियों की कहानी सुनाती हैं।
आप यहां ओरछा का किला, जहांगीर महल, बेतवा नदी तट, लक्ष्मी नारायण मंदिर घूम सकते हैं। साथ ही इसे छोटी अयोध्या भी कहा जाता है क्योंकि यहां विश्वभर में मशहूर राजा राम का भव्य मंदिर है। हर साल यहां 7-8 लाख श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं।
खजुराहो (Khajuraho)
विश्व धरोहरों में शामिल खजुराहो दुनिया भर में अपने ऐतिहासिक मंदिरों और शिल्प कला के लिए जाना जाता है। भारत ही नहीं विदेशों से टूरिस्ट यहां की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करने आते हैं। मानसून के समय यहां मन को मोह लेने वाली हरियाली की चादर बिछ जाती है। मंदिरों के आलावा रनेह वॉटरफॉल, पांडव फॉल भी आपकी यात्रा को यादगार बना देगा।
मांडू (Mandu)
मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस में शामिल मांडू नैसर्गिक सुंदरता और ऐतिहासिक विरासत का अद्भुत संगम कहा जा सकता है। इसकी खूबसूरती बयां करता एक वाक्य भी दुनिया भर में जाना जाता है कि ‘खुशियों का शहर।’
यहां आपको रानी रूपमती महल, जहाज महल, बाज बहादुर पैलेस के साथ ही प्रकृति की गोद में बने सुंदर तालाब, बावड़ियां भी मौजूद हैं। एमपी की आर्थिक राजधानी इंदौर से 98 किलोमीटर दूर खुशियों का ये शहर देखकर टूरिस्ट हो जाते हैं खुश।