यह दूसरा मौका है जब
भोपाल शहर रेड जोन में है। इससे पहले 1 अक्टूबर को आंकड़ा 300 पार जा चुका है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक शाहपुरा और अरेरा कॉलोनी क्षेत्र में एक्यूआइ 375 रहा। कलेक्ट्रेट में 328 तो वहीं टीटी नगर में एक्यूआइ 320 मापा गया।
हवा में धुआं, प्रदूषण बढ़ने का कारण
शहर के तीनों हिस्सों में प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण धुंआ बना है। पर्यावरणविद डॉ. सुभाष पांडेय ने कहा कि इस मौसम में एयर पॉल्युशन का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। जहरीली गैस कम तापमान के चलते बाहर नहीं जा पाती। 10-12 फीट की हाइट पर घूमती रहती हैं। सांस लेने के दौरान ये हमारे फेफड़ों में जाती है। ये भी पढ़ें: इंदौर- देवास रोड में बनेगा फोरलेन, सिंहस्थ-2028 में कर सकेंगे आना-जाना ठंडी होकर हरियाली की ओर बढ़ रही गैस
पीसीबी अधिकारियों मुताबिक, हवा की स्थिति बाकी दिनों की तरह है। सर्दी बढ़ने से धुआं ठंडा होकर नीचे बैठ रहा। ये वातावरण को खराब कर रहा है। इसी कारण इंडेक्स बढ़ रहा। बताया कि शाहपुरा खुला क्षेत्र है। ऐसे में ठंडी गैस ज्यादा बैठ रही है। शहर के बाकी हिस्सों में जांच इंतजाम न होने से आंकड़ों की जानकारी नहीं है।
कचरे में आग और पराली जिम्मेदार
शहर के आसपास खेतों में पराली जलने के कारण धुआं हो रहा है। वहीं कई स्थानों पर भी शहर से निकलने वाले कचरे में आग लगाने के मामले भी आए। ये शहर में प्रदूषण बिगड़ने का कारण बन रहे हैं।