भोपाल

MP Nursing College Scam: नर्सिंग कॉलेज घोटाले में सीएम के सख्त तेवर, अधिकारियों की सेवा समाप्ति होगी

मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेज घोटाले में मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव भी एक्शन में आ गए हैं…। कई अफसरों की सेवा समाप्त करने को कह दिया गया है…। सीएम के आदेश के बाद हड़कंप मचा हुआ है…।

भोपालMay 30, 2024 / 10:31 am

Manish Gite

नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच में सीबीआइ की टीम के घोटालेबाजों में शामिल होने के बाद कुछ कार्रवाई हुई, कई अभी होनी बाकी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 25 मई को ही सख्ती दिखाते हुए अपने तेवर साफ कर दिए।
उन्होंने घोटाले में शामिल अधिकारियों की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश दिए। साथ ही नर्सिंग काउंसिल के रजिस्ट्रार और सचिव पर कार्रवाई की बात कही। इसके चार दिन बाद भी चिकित्सा शिक्षा विभाग हरकत में नहीं आया। एक दिन पहले ही सीएम ने 31 जिलों के 66 अनसूटेबल कॉलेजों को सील करने के आदेश दिए। इस पर कार्रवाई तो शुरू हो गई। लेकिन जिन अफसरों के कार्यकाल में 2020-21 में अनफिट कॉलेजों को बाले-बाले मान्यता दी गई, वे अब भी चुप्पी साधे बैठे हैं। कॉलेजों की मान्यता और संबद्धता से जुड़े भ्रष्टाचार के छींटे तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पर पड़े हैं। इस मसले पर मौजूदा चिकित्सा शिक्षा मंत्री व डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल की चुप्पी भी बड़े सवाल खड़े कर रही है।

घूसखोर सीबीआइ इंस्पेक्टर समेत चार की रिमांड बढ़ी, 9 गए जेल

नर्सिंग घोटाले में सीबीआइ के हत्थे चढ़े नौ आरोपियों को 10 दिन की रिमांड खत्म होने पर सीबीआइ ने भोपाल सीबीआइ कोर्ट में पेश कर दिया। सीबीआइ की मांग पर चार आरोपियों सीबीआइ इंस्पेक्टर राहुल राज, रवि भदौरिया, जुगल किशोर शर्मा और ओम गोस्वामी की रिमांड कोर्ट ने 1 जून तक बढ़ा दी है। बता दें, सीबीआइ ने मामले में 23 को आरोपी बनाया है। इनमें से मंगलवार शाम ही 9 आरोपियों को जेल भेजा गया था।

पिता के अंतिम संस्कार में हथकड़ी लगाकर पहुंचा रवि भदौरिया

आरोपी रवि भदौरिया ने पिता के निधन होने पर अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत मांगी थी। कोर्ट ने इंदौर में पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत दी। रवि को हाथ में हथकड़ी लगाकर पुलिस साथ ले गई थी। शाम में भोपाल लेकर लौटी।

दो की जमानत याचिका पर कल सुनवाई

दो आरोपियों प्रीति तिलकवार और सचिन जैन के वकीलों ने जमानत याचिका लगाई है। कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर सुनवाई की तारीख 31 मई तय की है।

मंत्री विश्वास सारंग के कार्यकाल में घोटाला हुआ, उन्होंने साधी चुप्पी

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के कार्यकाल में घोटाला हुआ है। उन्होंने इस पर कार्रवाई की भी मांग की और सारंग का इस्तीफा मांगा। इसके बाद भी मंत्री सारंग की चुप्पी नहीं टूट रही।
पत्रिका ने मंत्री सारंग को फोन किया तो फोन से आवाज नहीं आने की बात कही। जबकि उसी नंबर पर निज सहायक से अच्छे से बात हुई। लिखित सवाल पर भी मंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया।
डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल सहित उनके स्टाफ को पांच बार फोन किए गए। कार्रवाई के सवाल पर भी उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।

घोटाले के समय नर्सिंग काउंसिल के रजिस्ट्रार और सचिव थे जिम्मेदार
साल तत्कालीन रजिस्ट्रार वर्तमान पदस्थापना
2020-21 चन्द्रकला दिवगैया प्राचार्य, शासकीय नर्सिंग कॉलेज, दतिया
2021-22 सुनीता शिजू स्टाफ नर्स, शास. नर्सिंग कॉलेज, दतिया
2022-23 योगेश शर्मा डॉक्टर, गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल

तब निशांत बरबड़े थे सचिव, एमयू के वीसी थे खंडेलवाल

घोटाले के समय चिकित्सा शिक्षा विभाग और मेडिकल यूनिवर्सिटी की भी भूमिका संदिग्ध है। 2020-22 तक तत्कालीन सचिव निशांत बरबड़े थे। अभी वे उच्च शिक्षा आयुक्त हैं। वहीं, मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति अशोक खंडेलवाल व रजिस्ट्रार पुष्पराज बघेल थे।
संबंधित खबरें

MP Nursing College: मध्य प्रदेश के इन 66 Unsuitable नर्सिंग कॉलेज की मान्यता निरस्त, देखें लिस्ट

MP Nursing College Scam: व्यापमं जैसा नर्सिंग घोटाला ! CBI अधिकारी बिक गए, मंत्री तक पहुंची आंच, आगे जाने क्या-क्या होगा..
Nursing College Scam: किसी जादूगर से कम नहीं है ये मैडम, लीना की ‘लीलाएं’ जान रह जाएंगे हैरान

संबंधित विषय:

Hindi News / Bhopal / MP Nursing College Scam: नर्सिंग कॉलेज घोटाले में सीएम के सख्त तेवर, अधिकारियों की सेवा समाप्ति होगी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.