यात्रियों को अब घंटों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ऩई रेल लाइन का कार्य दिसंबर तक काम पूरा हो जाएगा। जिसके बाद जनवरी से सभी सेक्शन में ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। इसके बाद चौथी रेल लाइन बिछाने का कार्य भी शुरू किया जाएगा।
22 किमी ट्रैक पर चल रहा है निर्माण
आंतरी से ग्वालियर तक 22 किमी ट्रैक का निर्माण चल रहा है आंतरी से सिथौली के बीच पहाड़ी क्षेत्र के कारण तीसरी लाइन का काम धीमा चल रहा है। पहाड़ों को काटकर रेल ट्रैक बनाने में समय लग रहा है। वहीं, हेतमपुर-धौलपुर के बीच लगभग 13 किमी का ट्रैक बिछाने का काम पूरा हो गया है। लेकिन ट्रेन चलाने के लिए रेल सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) का निरीक्षण होना बाकी है। जैसे ही निरीक्षण होगा, ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। दिल्ली -भोपाल की यात्रा में बचेंगे 30 मिनट
हाईस्पीड ट्रेनों की स्पीड बढ़ने से यात्रा समय में काफी कमी आएगी। तीसरी लाइन बनने से मालगाड़ियों का संचालन अलग से होगा। जिससे यात्री ट्रेनों को तेज गति से चलाने में मदद मिलेगी। वर्तमान में एलएचबी कोच वाली ट्रेनों की स्पीड 110 से 130 किमी प्रति घंटा बढ़ा दी गई है। शताब्दी, वंदेभारत, गतिमान और राजधानी ट्रेनों की स्पीड 130 से 160 किमी प्रति घंटा करने की योजना है। इससे दिल्ली और भोपाल के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों का समय 25 से 30 मिनट बचाने में मदद मिलेगी।