दरअसल, यह पूरा मामला अयोध्या एक्सटेंशन का बताया जा रहा है। हनुमान मंदिर सार्वजनिक स्थान में शामिल पार्क में बना है। इधर, रहवासियों का कहना है कि समिति की सहमति के बाद मंदिर बनाया गया था। किसी के शिकायत करने पर प्रशासन मंदिर तोड़ने पहुंच गया था।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने लगाया साजिश का आरोप
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने आरोप लगाया कि मंदिर को तोड़ने को विशेष साजिश की गई है। प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। शहर में कई मस्जिदें और मदरसे अवैध है। उसे नोटिस जारी करने की प्रशासन और शासन की हिम्मत नहीं है।