दरअसल, राज्य सरकार की ओर से साल 2024-25 में केंद्र सरकार से 15 हजार करोड़ रुपए हासिल करने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें अभी तक 6,187 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से सात हजार करोड़ रुपए के प्रस्ताव और भेजे गए हैं। यह राशि भी केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश सरकार की ओर से साल 2025 में 64,738 करोड़ रुपए का पूंजीगत निवेश का लक्ष्य रखा गया है।
कहां-कहां होंगे विकास कार्य
राजधानी भोपाल में 4 सड़कें और तीन फ्लाइओवर बनाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें सबसे बड़ा फ्लाईओवर परिहार चौक से रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म नंबर 1 तक 2.5 किमी लंबा होगा।
शाजापुर में दो बायपास बनाए जाएंगे। पुराने नेशनल हाईवे – 3, आगरा-मुंबई के शहर से होकर गुजरने वाले 10 किलोमीटर के हिस्से को बदलने का प्रस्ताव है। जिसकी लागत 89.59 करोड़ रुपए होगी। शहर के एबी रोड को फोरलेन में तब्दील किया जाना है।
सिंहस्थ 2028 को देखते हुए 11 सड़कें बनाई जाएंगी। जिसमें जयसिंहपुरा टू लेन एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। ऐसे ही जबलपुर में भी दो फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव शामिल है।
नरसिंहपुर के हीरापुर सांकल मार्ग पर नर्मदा नदी के ऊपर 400 मीटर लंबाई का पुल बनाया जाएगा। साथ ही 14.50 किमी लंबा कोडिया- गाडरवारा कामती बायपास को बनाया जाएगा।
नर्मदा नदी पर बनाया जाएगा पुल
नरसिंहपुर के हीरापुर सांकल मार्ग पर नर्मदा नदी के ऊपर 400 मीटर लंबाई का पुल बनाया जाएगा। साथ ही 14.50 किमी लंबा कोडिया- गाडरवारा कामती बायपास को बनाया जाएगा।
ऐसे ही मंदसौर, खरगोन, देवास, आगर में सड़कों का चौड़कीकरण किया जाएगा। जिसमें आगर में 21.10 किमी किलोमीटर की सड़क का होगा। देवास में 3.70 किमी की सड़क को फोरलेन में बदला जाएगा। मंदसौर की 16 किलोमीटर की सड़क को चौड़ा किया जाएगा। खरगोन के बड़वाह के आरओबी का निर्माण किया जाएगा।