दिल्ली एनसीआर की तरह बनेगा भोपाल एससीआर
दिल्ली एनसीआर की स्थापना 1985 में दिल्ली, गजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम जोड़कर हुई थी। इसे एनसीआर नाम दिया था। एनसीआर की तरह ही विकास के लिए भोपाल को एससीआर बनाया जाएगा।
चार जिलों को तोड़कर बनाया जाएगा एक शहर
बीते दिनों सीएम डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों की बैठल ली और भोपाल के दोगुना बढ़ाने के लिए रणनीति बनाने का काम शुरू किया है। सरकार भोपाल शहर के आसपास रायसेन, मंडीदीप, राजगढ़, सांची, बैरसिया, सूखी-सेवनिया से पीलूखेड़ी और सीहोर को जोड़कर स्टेट कैपिटल रीजन बनाने की तैयारी कर रही है।
कमलनाथ सरकार में हुई थी एससीआर की चर्चा
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने स्टेट कैपिटल रीजन पर जानकारी देते हुए कहा कि स्टेट कैपिटल रीजन के लिए मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी बनाने की तैयारी की गई थी, लेकिन सरकार ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाई। इस वजह से इस योजना पर काम नहीं हो पाया था।
अब नए सिरे से प्लान बन रहा है। जिन जिलों और क्षेत्रों को एससीआर में शामिल किया जाएगा। वहां का विकास भी भोपाल की तरह ही होगा।