आपको बता दें कि, मूर्ति के आसपास कई शराब की बोतलें भी पड़ी हैं। कांग्रेसी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मिंटो हॉल के पास एकत्रित हो गए। इसके बाद प्रतिमा से जूते की माला को उतार कर दूध से प्रतिमा का स्नान कराया। कांग्रेस की ओर इस घटना को सोची समझी साजिश बताया गया है। यह मूर्ति पुलिस मुख्यालय के करीब लगी हुई है। जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन पर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट करते लिखा है कि राजधानी भोपाल में कुशाभाऊ ठाकरे सभागार (मिंटो हॉल) के पास पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की प्रतिमा पर जूतों की माला पहनाना घोर निंदनीय एवं अपमानजनक है । मेरी सरकार से मांग है कि दोषियों पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए।
इस पूरे मामले पर अरेरा हिल्स थाना प्रभारी मनोज पटवा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।