दरअसल, केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से राज्यों में सड़कों, फ्लाइओवर के निर्माण कार्य के लिए राशि मुहैया कराई जाती है। जो कि सेंट्रल रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (सीआरआईएफ) की ओर से दी जाती है।
सिंहस्थ के लिए 460 करोड़ मांगे
उज्जैन में साल 2028 में सिंहस्थ का आयोजन किया जाएगा। राज्य सरकार आयोजन की तैयारियों में जुट गया है। पीडब्लयूडी ने करीब 460 करोड़ की लागत के प्रस्ताव सीआरईएफ की मंजूरी के लिए भेजे हैं। जिसमें आगर, देवास और शाजापुर जिले में रोड, रेलवे ब्रिज और दूसरे कार्यों के लिए यह योजना है। जिससे उज्जैन के आसपास के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी। नरसिंहपुर जिले में नर्मदा नदी पर 52.78 करोड़ से पुल और 95 करोड़ की लागत से कोडिया-गाडरवारा-कामती बायपास निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया है।
उज्जैन में होंगे ये काम
उज्जैन में कालभैरव मंदिर जेल चौराहा-सिद्धवट से भैरवगढ़ चौराहा व अंगारेश्वर पहुंच मार्ग पर 70.91 करोड़ की लागत से दो लेन पुल का निर्माण किया जाएगा। उज्जैन-मक्सी के बीच टू-लेन रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण 50.72 करोड़ की लागत से कराया जाएगा। ऐसे ही मकोड़िया आम से संदीपनि आश्रम तक 30.78 करोड़ की लागत से फोरलेन सड़क तैयार की जाएगी। वहीं छोटी रपट और रामघाट पुलिया का पुर्ननिर्माण कार्य 21.40 करोड़ की लागत से किया जाएगा
जबलपुर को मिलेंगे तीन फ्लाइओवर
जबलपुर को 751.10 करोड़ की लागत से ऋषि री-जेंसी पुल नंबर-2 से कलेक्ट्रेट चौराहा, अंबेडकर चौक से अब्दुल हमीद चौक तक फ्लाइओवर का निर्माण किया जाएगा। इधर, 362 करोड़ की लागत से हवाबाग कॉलेज से बंदरिया तिराहा, ग्रेनेडियर चौक से सांई बारा मंदिर शाह नाला तक फ्लाइओवर का निर्माण किया जाएगा। 301.79 करोड़ की लागत से शिवनगर कृषि उपज मंडी से पाटन व कटंगी मार्ग के बीच आईएसबीटी, दीनदयाल चौक, माढ़ोताल होते हुए फ्लाइओवर बनाया जाएगा।