कर्मचारी नेता अशोक पांडे ने बताया कि प्रदेश सरकार बीते कई सालों से प्रदेश के अनियमित, अंशकालीन कर्मचारियों और श्रमिकों की उपेक्षा कर रही है। बार-बार सरकार को ज्ञापन देकर कर्मचारियों की मांगों का ध्यान दिलाया गया लेकिन कोई फैसला सरकार ने नहीं लिया है। अब कर्मचारियों ने सरकार तक अपनी बात पहुंचाने और मांगें पूरी कराने के लिए भोपाल में सत्याग्रह और जिला स्तर पर आंदोलन करने की रणनीति बनाई है।