पत्रिका से खास बातचीत के दौरान जब सीएम मोहन यादव से सवाल किया गया कि आप आप उज्जैन के हैं, क्या इस कारण उज्जैन पर अधिक ध्यान दे रहे हैं और क्या इसका असर पूरे प्रदेश के विकास पर हो रहा है? तो सीएम मोहन यादव ने जवाब देते हुए कहा कि ऐसा नहीं है..हम तो हर जिले में निवेश का कार्य कर रहे हैं। उज्जैन सिंहस्थ की नगरी है, इस कारण विशेष ध्यान देना ही होता है। धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र उज्जैन हो गया है। हम पर्यटन में ताजमहल को पीछे छोड़ेगें। हम तो शहरों के विकास पर भी बराबर ध्यान दे रहे हैं। आप देखेंगे कि हम तो इंदौर को उज्जैन तक ला रहे हैं।
वहीं भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े त्यौहारों पर सीएम के विशेष ध्यान देने पर जब उनसे सवाल पूछा गया तो सीएम मोहन यादव ने जवाब में कहा- राम भी हमारे हैं और कृष्ण भी। हम उज्जैन के हैं और वहां सांदिपनी आश्रम है। यह मथुरा और द्वारिका से कम नहीं है। हमारी ब्रांडिंग तो हमें करना ही होगी। रामभक्त और कृष्ण भक्त दोनों की बड़ी संख्या है। हम चित्रकूट और ओरछा का ध्यान रख रहे हैं तो भगवान कृष्ण से जुड़े तीर्थों का भी ध्यान रख रहे हैं।