दरअसल, फरियादी मुकेश दनके के द्वारा भोपाल लोकायुक्त में शिकायत की गई थी। उनके पिता का निधन पिछले महीने हो गया था। पिता की पेंशन को मां के नाम करवाने के लिए फरियादी भोपाल नगर निगम स्थित पेंशन कार्यालय पहुंचा था। जहां पेंशन कार्यालय में पदस्थ बाबू दौलत कुमार ने इसके लिए 5000 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
फरियादी ने परेशान होकर बाबू की शिकायत लोकायुक्त में कर दी थी। जिसके बाद लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए तीन हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ धारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की है।