पहले ग्वालियर के होटल में रखा। फिर भिंड और बाद में उत्तर प्रदेश के पिपरौली गडिय़ा गांव ले गए। साजिश में भोपाल ट्रैफिक पुलिस का हवलदार हेमंत चौहान भी था। ग्वालियर से उत्तर प्रदेश तक सभी टोल नाके उसने अपनी ही आइडी कार्ड से पास कराए। अपहरणकर्ताओं ने प्रॉपर्टी डीलर ठाकुर से मारपीट की और पत्नी ऋचा गौर से 30 लाख रुपए भोपाल में वसूले और फिर ठाकुर को छोड़ा। इसके बाद वे 10 करोड़ रुपए मांगने लगे, तब ऋचा ने कोलार थाने में एफआइआर दर्ज कराई। हवलदार हेमंत चौहान को लाइन अटैच किया गया है। पुलिस जांच कर रही है।
अपहरण से वसूली तक की पूरी कहानी…
1.25 करोड़ का सौदा खटका
21 अक्टूबर को प्रॉपर्टी डीलर नीतेश ठाकुर ने बिलखिरिया खुर्द में 14.77 एकड़ जमीन रुद्राक्ष बिल्डर के देवेंद्र चौकसे को बेची। सौदा 25 करोड़ में हुआ। ग्वालियर का संजय राजावत नीतेश का परिचित था। संजय के परिचित ग्वालियर के पंकज परिहार, ट्रैफिक हवलदार हेमंत चौहान, ओम व आकाश राजावत भी घर आते थे।
2.साजिश
आरोपियों को रुद्राक्ष बिल्डर से हुए सौदे की जानकारी थी। सभी ने नीतेश के अपहरण की साजिश रची। 22 अक्टूबर को पंकज व नीतेश घूमने बैकांक गए। 27 को दिल्ली लौटे तो पंकज ने भांजे की सगाई में ग्वालियर बुलाया। मुरैना टोल से अगवा कर लिया।
3.मारपीट
28 अक्टूबर की सुबह 4.30 बजे तक नीतेश को ग्वालियर के होटल में रखा। फिर भिंड ले गया, २8 अक्टूबर को 10 बजे तक यहां रखा और फिर पिपरौली गडिय़ा गांव (यूपी) ले गया। फिरौती मिलने तक उन्हें यहीं रखा गया और मारपीट की। प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी ऋचा को फोन कर 30 लाख मांगे। इसके बाद ऋचा ने आरोपी संजय राजावत के भाई आकाश को कोलार में 30 लाख रुपए फिरौती दी। फिरौती देते वीडियो भी बनाया।
वीडियो में वह रुपए से भरा बैग देते दिख रही है। ऋचा का कहना है, फिरौती के बाद अपहरणकर्ताओं ने नीतेश का न्यूड वीडियो बनाया था। कुछ दिन बाद आरोपियों ने फिर 10 करोड़ मांगे। अपहरण की शिकायत मिली थी।