दरअसल देरी से दफ्तर आने वाले कर्मचारियों से विभागीय अधिकारी परेशान हो चुके हैं। इसको लेकर सरकार सख्ती बरत रही है। इसके लिए कर्मचारियों को मोबाइल ऐप के माध्यम से जियो अटेंडेंस दर्ज कराना अनिवार्य किया जा रहा है। जिला और तहसील मुख्यालयों पर भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी। इस तरह अब सभी कर्मचारियों की मोबाइल बेस्ड अटेंडेंस करेंट लोकेशन के साथ दर्ज होगी।
जियो अटेंडेंस स्मार्ट मॉनिटरिंग टूल है। इससे किसी भी कर्मचारी को जियो-लोकेशन के साथ ट्रैक किया जाता है। फील्ड स्टॉफ तस्वीर के साथ टैग किया जाता है। इस प्रकार जियो अटेंडेंस के माध्यम से सरकार मोबाइल से मॉनीटिरिंग कर सकेगी। इससे कर्मचारियों और पटवारियों की लेटलतीफी की आदत पर लगाम लग सकेगी।