भोपाल में आयोजित पशु चिकित्सकों के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि प्रदेश के शमशान घाट में लकड़ी न जले, गोबर से बनाई गई गौकाष्ट का उपयोग हो। इस दिशा में भी काम हो रहा है। कृषि और पशुपालन का चोली दामन का साथ है। पशुपालन से आर्थिक स्थिति बेहतर की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने गौ अभ्यारण्य और आश्रय स्थल विकसित किए हैं, लेकिन बेहतर कामकाज के लिए उन्हें समाज की भागीदारी की आवश्यकता है। राज्य सरकार द्वारा गौ-पालन को प्रोत्साहित करने के लिए श्रेष्ठ गाय रखने वाले को गौपालन पुरस्कार भी दिया जाता है। पशुओं के इलाज की भी बेहतर से बेहतर व्यवस्था और एम्बूलेंस सेवा भी शुरू की गई है।